औद्योगिक विकास मंत्री ने किया इंडिया फूड एक्सपो का उद्घाटन

  • आईआईए राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने उद्योग मंत्री से की औद्योगिक भूमि को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने की मांग
  • तीन दिवसीय इंडिया फूड एक्सपो का लखनऊ के आईआईए भवन में शुभारंभ
  • देश एवं विदेश की 100 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों ने किया अपने उत्पादों का प्रदर्शन

लखनऊ। इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) द्वारा खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों से संबंधित इण्डिया फूड एक्सपो-का आयोजन 1 से 3 दिसंबर तक आईआईए भवन के प्रांगण विभूति खण्ड, गोमती नगर लखनऊ में किया गया। शुक्रवार को औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (नन्दी) ने इण्डिया फूड एक्सपो रिबन काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान उद्योग मंत्री ने आईआईए द्वारा आयोजित इंडिया फूड एक्सपो की सराहना की। प्रदर्शनी में स्थापित 100 से अधिक स्टॉलों का भ्रमण किया एवं प्रदर्शनी के उदघाटन समारोह में उद्योग मंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में औद्योगिक वातावरण वर्ष 2017 के पहले की स्थिति से बहुत बेहतर हुआ है। प्रदेश में रिकार्ड निवेश प्राप्त हुआ है और प्रदेश सरकार उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है।

उद्योग मंत्री ने आश्वस्त किया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष आईआईए एवं फूड प्रोसेसिंग कमेटी के चेयरमैन की ओर से प्रस्तुत की गईं समस्याओं एवं सुझावों पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने कहा कि इस वर्ष पहली बार 5 देशों चीन, वियतनाम, युगांडा, उज्बेकिस्तान एवं रुआंडा द्वारा इंडिया फूड एक्सपो में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों से संबंधित स्टाल लगाये गए हैं। जिसमें से वियतनाम इंडिया फूड एक्सपो के लिए पहली बार कन्ट्री पार्टनर के रूप में भाग ले रहा है। इसके अतिरिक्त देश भर की लगभग 100 से अधिक नामी गिरामी कम्पनियां अपने उत्पादों, मशीनरी एवं टेक्नोलॉजी का एक्सपो में प्रदर्शन कर रही हैं।

उन्होने उद्योग मंत्री के समक्ष विभिन्न औद्योगिक समस्याऐं एवं सुझाव प्रस्तुत किए गए, जिसमें मुख्य प्रस्ताव औद्योगिक भूमि को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने और मंडी शुल्क से संबंधित हो रही समस्याओं को रखा। राष्ट्रीय महासचिव आलोक अग्रवाल ने बताया कि 3 दिवसीय प्रदर्शनी में 2 दिसम्बर शनिवार को आयोजित होने वाले एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में आयात-निर्यात के अवसरों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसमें वियतनामी दूतावास व्यापार कार्यालय सहित अन्य संस्थाओं के उच्च अधिकारियों द्वारा तकनीकी सत्र में प्रतिभागियों के मार्गदर्शन के लिए उचित परामर्श भी देंगे। एमएसएमई उद्यमियों के लिए फूड प्रोसेसिंग इण्डस्ट्रीज स्थापित करने के लिए नए अवसरों के बारे में प्रकाश डाला जाएगा। पहली बार इण्डिया फूड एक्सपो में भावी उद्यमियों के लिए राष्ट्रीय सेमीनार में फ्रेंचाइज बिजनेस प्रारम्भ करने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की जाएगी।

आईआईए फूड प्रोसेसिंग इण्डस्ट्री कमेटी के चेयरमैन एवं इण्डिया फूड एक्सपो के संयोजक दीपक बजाज ने उद्घाटन समारोह के कार्यक्रम का संचालन करते हुए नन्द गोपाल गुप्ता (नन्दी) को प्रदेश के किसानों द्वारा उत्पाद खादय प्रसंस्करण उद्योगों को बेचने में आ रही व्यवहारिक समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि यद्यपि प्रदेश सरकार ने किसानों से सीधे उनकी उपज खरीदने के लिए मण्डी शुल्क की छूट दी है, परन्तु इसका लाभ प्रदेश के किसानों और खादय प्रसंस्करण उद्योगों को इसलिए नहीं मिल रहा है, क्योंकि यदि किसान अपनी उपज सीधे बेचना चाहता है, तो मण्डी शुल्क की छूट पाने के लिए उससे उसके लैंड रिकार्ड देना अनिवार्य कर दिया है। दीपक बजाज ने उद्योग मंत्री से आग्रह किया कि क्योंकि किसान अपने लैंड रिकार्ड नहीं देना चाहते हैं, इसलिए इस शर्त को निरस्त कर दिया जाना चाहिए। फूड एक्सपो के उदघाटन अवसर पर आईआईए की ओर से धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गोयल द्वारा दिया गया। इस अवसर पर आईआईए के कोषाध्यक्ष अवधेश अग्रवाल, सहित आईआईए के पूर्व अध्यक्ष, विभिन्न पदाधिकारी एवं 100 से अधिक उद्यमी उपस्थित रहे।