आईटीएस वार्षिक दीक्षांत समारोह: एमबीए एवं एमसीए 250 छात्रों को मिली डिग्री

-अपने दम पर नए कौशल हासिल करना ही वह वास्तविक कौशल: प्रो केके अग्रवाल

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस के वर्ष 2021 में विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं एमबीए एवं एमसीए के सभी सफल छात्रों के लिए रविवार को वार्षिक दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. केके अग्रवाल, चेयरमैन, नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन (एनबीए), नई दिल्ली एवं फाउंडर वाईस चांसलर जीजीएसआईपी यूनिवर्सिटी नई दिल्ली, मुख्य वक्ता डॉ अमिताभ राजन, चेयरमैन -आरबीआई सर्विसेज बोर्ड, पूर्व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (गृह), भारत सरकार एवं पूर्व निदेशक एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट नई दिल्ली, आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा, वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा, प्रोफ सुनील कुमार पांडेय, आईटीएस मोहन नगर के निदेशक (आईटी एंड स्नातक परिसर), निदेशक- डॉ वीएन बाजपेई, चेयर पर्संंस क्रमश: डॉ. सुनील कुमार यादव (एमबीए प्रोग्राम) एवं प्रो पूजा धर (एमसीए प्रोग्राम) द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर संपन्न किया।

आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा की सहमति प्राप्त कर दीक्षांत समारोह का शुभारंभ विधिवत रूप से किया गया। आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी सफल छात्रों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि यह किसी भी छात्र के जीवन में एक महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र अपने उत्तर्दयित्यों को समझेंगे और भविष्य में राष्ट्र निर्माण में अपने सार्थक भूमिका सुनिश्चित करेंगे। इसके पश्चात् निदेशक डॉ. वीएन बाजपेई ने संस्थान सम्बंधित रिपोर्ट प्रस्तुत किया। जिसमें गाठ वर्ष के उपलब्धियों के साथ- साथ संस्था द्वारा शिक्षा कि गुणवत्ता एवं स्तर को बनाये रखने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर चर्चा की।

दीक्षांत समारोह में सभी उपाधि धारकों को आईटीएस मोहन नगर, के निदेशक (आईटी एंड स्नातक परिसर) प्रोफ सुनील कुमार पांडेय ने पारम्परिक ढंग से शपथ ग्रहण कराते हुए उनके उज्जवल भविष्य एवं जीवन में उच्च मानदंड स्थापित करते हुए उनकी सफलता की शुभकामनायें दी। दीक्षांत समारोह के मुख्य वक्ता के रूप में अपने सम्बोधन में डॉ अमिताभ राजन ने एजुकेशन एंड एम्प्लॉयमेंट लिंकेज फॉर 4 इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन विषय पर विस्तार से चर्चा करते हुए उपस्थित छात्रों को ईमानदारी, सत्यनिष्ठा एवंम चरित्र निर्माण के साथ साथ नए भारत के निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने रोजगार, तकनीक के सही सामंजस्य के साथ रचनात्मक अध्ययन एवं विभिन्न आयामों के समग्र अनुपालन तथा क्रियान्वयन पर बल दिया।

समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित सुविख्यात शिक्षाविद एवं राष्ट्रीय प्रत्यायन परिषद् (एनबीए) के चेयरमैन प्रो केके अग्रवाल ने कहा अपने दम पर नए कौशल हासिल करना ही वह वास्तविक कौशल है जिसकी आज की दुनिया को आवश्यकता है। अपने संबोधन में शिक्षा एवं दीक्षा पर प्रकाश डालते हुए दीक्षांत समारोह के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया। इस क्रम मे अनिश्चितता और अप्रत्याशित समस्याओं के समाधान के लिए सभी उत्तीर्ण छात्रों को सामना करने और तदनुकुल सभी आवश्यक बुद्धि, क्षमता और कौशल विकास हेतु प्रोत्साहित किया।

इसके पश्चात् एमबीए तथा एमसीए पाठ्यक्रमों के चेयरपर्सन ने एमबीए एवं एमसीए रैकहोल्डर्स के नाम की घोषणा की। मंच पर उपस्थित अतिथियो द्वारा क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्रों को उपाधि के साथ-साथ स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक और प्रमाण पत्र तथा अन्य उत्तीर्ण छात्रों को उपाधियां सर्टिफिकेट प्रदान किये गए। राष्ट्रीय गान के साथ दीक्षांत समारोह का विधिवत समापन किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथिगण, प्रतिभागी एवं शिक्षकगण ग्रुप फोटोग्राफी एवं सामूहिक भोज के लिए प्रस्थान किए।
आईटीएस के अकादमिक कॉउन्सिल के सदस्यगण, अधिकारीगण एवं संकाय सदस्यगण, उपाधि धारकों के माता पिता एवं अन्य परिवार के सदस्य, बड़ी संख्या में छात्रों के साथ-साथ लगभग 250 छात्रों को उपाधि प्रदान किये गए।