योग और प्राकृतिक चिकित्सा में मेवाड़ यूनिवर्सिटी ने बनाए तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड

गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम
प्रमाण पत्र, मेडल आदि मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. अशोक कुमार को किए प्रदान

गाजियाबाद। 56 घंटे तक योग और प्राकृतिक चिकित्सा के ऑनलाइन कार्यक्रम में 72 देशों के 596 प्रमुख वक्ताओं को शामिल कर तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली मेवाड़ यूनिवर्सिटी का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। वक्ताओं में पतंजलि योगपीठ के जग प्रसिद्ध योग गुरु बाबा रामदेव का नाम भी शामिल है। वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विवेकानंद सभागार में आयोजित एक समारोह में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के एशिया हैड डॉ. मनीष विश्नोई और उनके सहायक आलोक कुमार ने तीनों वर्ल्ड रिकार्ड के प्रमाण पत्र, मेडल आदि मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. अशोक कुमार गदिया को प्रदान किये।

इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय में भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के सेंट्रल हैड परमार्थ देव महाराज भी मौजूद थे। अपने सम्बोधन में उन्होंने नियमित योग कर निरोग रहने की सलाह लोगों को तो दी ही, मेवाड़ यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की बधाई भी दी। उन्होंने घोषणा की कि पतंजलि योगपीठ मेवाड़ यूनिवर्सिटी के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करेगा। उन्होंने योग पर अपना व्याख्यान देते हुए कहा कि प्रत्येक भारतीय नौजवान को शिक्षा और संस्कार मिलने जरूरी हैं। विद्यार्थी अपने माता-पिता, गुरु और आचार्य को सम्मान और प्राथमिकता दें। आज आहार शुद्ध करने की आवश्यकता है। आहार से आपका विचार और व्यवहार शुद्ध होगा। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि भारतीय मनीषा यानी योग, ध्यान, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाना होगा।

इसे अपनाकर हम अपने जीवन को स्वस्थ और निरोगी बना सकते हैं। उन्हें खुशी है कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी और पतंजलि योगपीठ इसके लिए साथ-साथ आगे बढऩे के लिए कटिबद्ध हैं। इस मौके पर मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशिका डॉ. अलका अग्रवाल, डॉ. मनीष विश्नोई आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अतिथियों को स्मृति चिह्न और गुलदस्ते भेंटकर सम्मानित किया गया। सफल संचालन जयवीर सिंह आर्य ने किया। जबकि मेवाड़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर राजेश कुमार सैनी ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। समारोह में मेवाड़ परिवार के सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।