नगर आयुक्त ने बजट समानता कार्यशाला में 9 नगर निगमों के अधिकारियों को दिए टिप्स

  • नगर निगम में नॉलिज पार्टनर जन आग्रह के साथ कार्यशाला का आयोजन

गाजियाबाद। प्रदेश के सभी नगर निगमों में बजट में समानता रहे। इसको लेकर 9 नगर निगमों के अधिकारियों के साथ कार्यशाला में बजट में वृद्धि से लेकर खर्चों पर विस्तार से चर्चा की गई। गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय स्थित सदन सभागार में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे से नॉलिज पार्टनर जन आग्रह के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कार्यशाला में बजट को लेकर विभिन्न प्रकार की जानकारी दी। दरअसल, प्रदेश के नगरीय निकाय निदेशालय के निदेशक के आदेश पर लखनऊ के बाद गाजियाबाद नगर निगम में गुरूवार को नगर विकास विभाग के नॉलिज पार्टनर जन आग्रह के साथ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रदेश के 9 नगर निगम जैसे सहारनपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, मथुरा-वृंदावन, आगरा, फिरोजाबाद, अलीगढ़, बरेली, मेरठ के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी, पर्यावरण अभियंता, मुख्य अभियंता सिविल, जलकल महाप्रबंधक, वित्त एवं लेखाधिकारी, मुख्य अभियंता व सहायक अभियंता विद्यतु एवं यांत्रिक उपस्थित हुए।

कार्यशाला में नगर निगम के अपर नगर आयुक्त अरूण यादव, चीफ  इंजीनियर एनके चौधरी, अधिशासी अभियंता फरीद अख्तर जैदी, अधिशासी अभियंता देशराज सिंह, लेखाधिकारी डॉ. गीता कुमारी, पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज सिंह, डॉ. आशीष त्रिपाठी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार एवं टैक्स विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। नगर आयुक्त ने दूसरे नगर निगमों से आए अधिकारियों को कार्यशाला में जानकारी दी। कार्यशाला में नगर निगम के बजट के संबंध में चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि निगम का पिछले पांच साल के बजट का अध्ययन करते हुए 5 साल में बजट में हुई वृद्धि का औसत निकाला जाए। बजट में कितनी वृद्धि किस कारण से हुई। इसमें क्या नए खर्चे बजट में शामिल हुए। इनको दृष्टिगत रखते बजट के संबंध मे एक कार्य योजना तैयार की जाए। ताकि सभी नगर निगमों के लिए व्यय प्रबंधन के लिए परियोजना प्रबंधन प्रक्रिया लागू की जाए। इससे सभी नगर निगमों के बजट में समानता रहें। इस पर कार्यशाला में शामिल हुए 9 नगर निगमों के अधिकारियों द्वारा बजट की प्रक्रिया को समझा।

कार्यशाला के चलते नगर निगम मुख्यालय व सदन कक्ष को गुब्बारों और फूलों से सजाया गया था। नगर निगम द्वारा सभी अधिकारियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। कार्यशाला में शासन की ओर से एक्सपर्ट की टीम आई थी। टीम ने पर्यावरण संरक्षण, सिविल विकास कार्य, हेल्थ और लेखा तथा वित्त से संबंधित विकास कार्यों पर चर्चा भी की। कार्यशाला में जन आग्रह संस्था की ओर से महक श्रीवास्तव आदि भी मौजूद रहे। इसमें वित्तीय प्रबंधन और विकास के लिए वास्तविक बजट पर जोर दिया गया। ताकि शहरों में विकास को और गति दी जा सकें।बता दें कि ऐसी ही कार्यशाला लखनऊ नगर निगम में बीते पांच अगस्त को हो चुकी हैं।