शहर की सफाई व्यवस्था में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त: विक्रमादित्य सिंह मलिक

नगर आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक में अधिकारियों की लगाई जमकर क्लास
शहर को पूर्ण स्वच्छ व स्वस्थ रखने के दिए कड़े निर्देश

गाजियाबाद। शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नगर आयुक्त हर दिन अधिकारियों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दे रहे है। जिससे शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाकर सुंदर बनाया जा सकें। इस दौरान लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नगर आयुक्त ने जमकर क्लास लगाई। साथ ही चेताया अगर कार्य में सुधार नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर की सफाई व्यवस्था के साथ खिलवाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी वार्डों में समयानुसार कूड़े की गाड़ी पहुंचने चाहिए और सड़कों पर अगर कूड़ा दिया तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई तय है। गुरुवार रात को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने अपने कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में सभी अधिकारियों को नगर आयुक्त ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि शहर के किसी भी वार्ड, मोहल्ले, गली से जनप्रतिनिधियों, पार्षदों, जनमानस द्वारा यह शिकायत न आने पाये कि कूड़ा गाड़ी नहीं आ रही है अथवा कई-कई दिनों से कूड़ा गाड़ी नहीं आ रही है एवं शहर में कूड़े के ढेर लगे हैं।

कोई कर्मचारी कूड़ा उठाने नहीं आ रहा है और वार्ड में 10 सफाई कर्मी है केवल 05 ही आ रहे हैं। इस व्यवस्था को सुधारा जाये। वार्डों में लगे सफाई कर्मी को काम करना होगा, सिर्फ हाजिरी लगाने से काम नहीं चलेगा। नगर आयुक्त ने प्रत्येक जोन के सफाई एवं खाद्य निरीक्षक को निर्देशित किया कि वह अपने जोन अंतर्गत ग्राउंड स्तर पर मॉनिटरिंग करें। सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति चेक करें। शहर में बेहतर साफ-सफाई के साथ-साथ प्रतिदिन कूड़ा उठान कराया जाए। कूड़ा नहीं उठाने पर संबंधित वैण्डर पर जुर्माना लगाया जाये। कूड़े की गाडिय़ां प्रतिदिन डोर-टू-डोर जायें, गाडियों की जी.पी.एस. से निरंतर मॉनीटरिंग की जाये यह भी सुनिश्चित किया जाये कि प्रतिदिन कितनी गाडिय़ां जी.पी.एस के अनुसार चलीं। उपस्थिति मेन्टेन रहे उसी के अनुसार भुगतान हो। बैठक में उपस्थित नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश कुमार को निर्देशित किया कि प्रत्येक गाड़ी का रूट चार्ट बने उसी के अनुसार वार्ड में डोर-टू-डोर गाडिय़ा संचालित हों। सर्वे करके पता करें कि इन्दिरापुरम, राजनगर एक्सटेंशन, सिद्धार्थ विहार आदि अपना कूड़ा हमारे क्षेत्र में तो नहीं डाल रहे हैं। किस वार्ड में कितने कर्मचारी लगे हैं, इसकी पूरी जानकारी अवगत कराए।

पूर्व में आई शिकायतों में पता चला है कि जिस वार्ड में 10 सफाई कर्मी लगाए गए है, वहां सिर्फ पांच ही कर्मचारी काम करते है और भुगतान 10 का किया जाता है। अगर इस तरह की शिकायत दोबारा मिली तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखना ही नगर निगम की प्राथमिकता है। नगर आयुक्त ने कहा सफाई कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी सुपरवाइजर अपने क्षेत्र के सफाई कर्मचारियों की नियमित हाजरी दर्ज करें और अपने क्षेत्र को साफ व सुथरा बनाए। बाजारों व गलियों की बेहतर सफाई करें। अधिकारी अपने क्षेत्र में नियमित दौरा करें। कार्य में लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई करें। हर हाल में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए। यदि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी इसमे लापरवाही करेगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वसुंधरा-75, कविनगर-60, सिटी जोन-65 में नेचरग्रीन की कुल 200 गाडिय़ां है। नगर आयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि 1 दिसम्बर से नगर निगम का पैट्रोल पम्प संचालित हो और शहर की समस्त सड़कें कूड़े व गन्दगी से अवमुक्त की जायें। बैठक में अपर नगर आयुक्त अरूण कुमार यादव, वरिष्ठ प्रभारी-स्वास्थ्य/संयुक्त नगर आयुक्त ओमप्रकाश व नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, जेड.एस.ओ. ओमपाल, मुख्य सफाई खाद्य निरीक्षक पवन कुमार, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक अशोक पाल, संजीव कुमार, नरेन्द्र कुमार, हिमांशु भारद्वाज उपस्थित रहे।