भाजपा मेयर प्रत्याशी की लिस्ट से सरदार एसपी सिंह ने लिया नाम वापिस

-कोर कमेटी की पारदर्शिता पर उठ रहे सवाल

गाजियाबाद। भाजपा के पूर्व महानगर संयोजक व अल्पसंख्यक आयोग उप्र के पूर्व सदस्य सरदार एसपी सिंह ने कोर कमेटी की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए भाजपा प्रत्याशी के रूप में मेयर पद से अपना नाम वापिस ले लिया है। सोमवार को अपना एक बयान जारी करते हुए सरदार एसपी सिंह ने बताया कि प्रत्याशियों के चयन के लिए गठित कमेटी में जनप्रतिनिधियों का आपसी वाद विवाद का समाचार सभी समाचारपत्रों में प्रकाशित हुआ है। जिसके चलते अब वर्तमान कोर कमेटी की पारदर्शिता पर सन्देह होना स्वाभाविक हो गया है। यहां यह भी दावा किया गया है कि एक व्यक्ति विशेष को मेयर का प्रत्याशी बनाने के प्रस्ताव पर सहमति बनाने की कोशिश की गई, जबकि प्रमुख लोगों को पहले सभी नामों पर उनकी योग्यता, अनुभव व क्षमता अनुसार विचार करना चाहिए। वैसे कोर कमेटी में सांसद, विधायक सहित सभी जिम्मेदार लोग हैं और इस प्रकार का विवाद संगठन हित में नहीं है। सभी जनप्रतिनिधि सम्माननीय हैं।

महानगर अध्यक्ष सहित सभी जनप्रतिनिधियों को भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि वे सदैव कार्यकर्ताओं के मान सम्मान का ध्यान रखते हुए किसी भी स्थिति में कार्यकर्ताओं के साथ नाइंसाफी नहीं होने देंगे व न ही उनका मनोबल गिरने देंगे क्योंकि यही कार्यकर्ता उन्हें जनप्रतिनिधि बनाने के लिए व संगठन को ऊँचाई पर लाने के लिए पार्टी में कार्य करते हुए दिन रात एक कर देते हैं। श्री सिंह ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व महामंत्री संगठन से भी पूरे प्रकरण को ध्यान में रखते हुए कोर कमेटी की पारदर्शिता सुनिश्चित कराने के निर्देश देने का अनुरोध किया है। श्री सिंह ने कहा कि यह संगठन हित में उनका व्यक्तिगत निर्णय है, संगठन द्वारा उन्हें समय समय पर उचित सम्मान मिला है, जिसके लिए मैं शीर्ष नेतृत्व का हृदय से आभारी हूँ। श्री सिंह ने कहा है कि संगठन जिसे भी पारदर्शिता के साथ मेयर व वार्ड का प्रत्याशी बनायेगा, उनको मजबूती से चुनाव लड़ाया जाएगा और जनसमर्थन से भारी मतों से जिताया जाएगा।