हरियाणा व अरुणाचल से अमरोहा, छतरपुर में शराब तस्करी करना पड़ा भारी गाजियाबाद में उतरते ही आबकारी विभाग की टीम ने दबोचा

  • आबकारी विभाग व जीआरपी की संयुक्त टीम ने दबोचे तीन शराब तस्कर

  • -हरियाणा व अरुणाचल की शराब ट्रेन से कर रहे थे तस्करी, ट्रॉली बैग में छिपा रखी थी शराब

गाजियाबाद। शराब की तस्करी के लिए ट्रेन अब आसान तरीका बन चुका है। दिनों दिन शराब तस्कर भी तस्कर के नये नये तरीके ढूंढ रहे हैं। पहले कार, बस, और अब ट्रेन के शराब तस्करी के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं। हरियाणा से नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली या बिहार की ओर जाने वाली ट्रेन, जिन स्टेशनों से चलती हैं, वहां वे सीधे नहीं पहुंचते हैं। वहां तक पहुंचने के लिए वे लोकल ट्रेनों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं ताकि बड़े स्टेशनों पर सुरक्षा जांच से वे बच सकें। ट्रेन से वे सीधे प्लेटफार्म पर उतरते हैं। यहां से प्लेटफार्म बदलकर वे अपने रूट पर की ओर जाने वाली ट्रेनों में सवार हो जाते हैं। अधिकांश मामलों में तस्कर दिल्ली, हरियाणा व आसपास के इलाके में किसी फैक्ट्री या प्रतिष्ठान में कामगार पाए गए हैं। ऐसा भी नहीं है कि आरोपित शराब की बहुत बड़ी खेप की तस्करी करते हैं। ये कुछ बोतलें ही अपने पास रखते हैं, ताकि इन्हें ठिकाने लगाने में आसानी हो। मगर आबकारी विभाग और राजकीय रेलवे पुलिस की जुगलबंदी के कारण तस्कर अभी तक अपने इरादों में कामयाब नहीं हो पाए है।

बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग ने अपनी टीम को हर उस स्थान पर मुस्तैद किया हुआ है, जहां से शराब तस्करी की ज्यादा संभावना रहती है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, हाईवे, राजमार्ग आदि स्थानों पर आबकारी विभाग की टीम पूरी मुस्तैद नजर आ रही है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने जीआरपी के साथ मिलकर तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर अरुणाचल प्रदेश एवं हरियाणा से शराब तस्करी कर रहे थे। कोई उक्त शराब को बेचने के लिए अमरोहा लेकर जा रहा था कोई पूर्णिया या फिर छतरपुर जा रहा है। दिल्ली, आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर चेकिंग ज्यादा होने के कारण शराब तस्करी बाहरी राज्यों से शराब लेकर छोटे स्टेशन से ट्रेन में शराब लेकर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर उतर जाते और उसके बाद अपने रूट की लोकल ट्रेन में चढ़कर पहुंच जाते थे। दरअसल आबकारी विभाग जनरल से लेकर एसी कोच तक के यात्रियों के बैग की तलाशी ले रहा है। शराब तस्करी करने वाले यात्रियों के लिए प्लेटफार्म और ट्रेन के अंदर भी जाल बिछा दिया है।

जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग एवं दबिश की कार्यवाही कर रही है। आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य एवं जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक की संयुक्त टीम द्वारा शुक्रवार को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन और टे्रन में चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान प्लेटफार्म नंबर-3 से नरसिंह पुत्र अमर सिंह निवासी सिरसा गेट नौगांव जिला अमरोहा, इरसाद पुत्र मोहम्मद नसीर निवासी काझा कोठी कृत्यानंद नगर जिला पूर्णिया व संजय पुत्र राकेश निवासी नई बस्ती जनपद छतरपुर को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से ट्रॉली व प्लास्टिक के बैग में छिपाकर रखी 100 पौवे क्रेजी रोमियो व्हिस्की ब्रांड अरुणाचल मार्का और 11 बोतल देशी शराब जगाधरी नंबर 1 हरियाणा मार्का बरामद किया गया। पकड़े गए तस्कर हरियाणा व अरुणाचल की शराब तस्करी कर रहे थे। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर उतर कर तस्कर अमरोहा, पूर्णिया आर छतरपुर जा रहे थे। पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने जनरल रिजर्वेशन टिकट भी लिया हुआ था। जिससे चेकिंग हो तो दिखाकर आसानी से बच सकें। गाजियाबाद में शराब तस्करी रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, हाईवे, राजमार्ग आदि स्थानों पर लगातार चेकिंग कर रही है। वहीं साहिबाबाद अंतर्गत राजेंद्र नगर श्याम पार्क शहीद नगर ट्रांसपोर्ट नगर आदि स्थानों पर सुबह दबिश दी गई। दबिश के दौरान ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रक चालकों को अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे बलराज चौधरी पुत्र चरता सिंह निवासी प्रकाश बिहार करावल नगर दिल्ली को गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से 30 पौवे शिल्पा ब्रांड देसी शराब यूपी मार्का बरामद किया है। पकड़ा गया तस्कर लाइसेंसी दुकानों से ही शराब तस्करी कर उन्हें ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रक चालकों को महंगे दामों बेचता था। जिनके खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया।

आबकारी विभाग की टीम शराब माफिया का फिर बिगाड़ा खेला

हिंडन खादर क्षेत्र स्थित जंगलों में शराब की भट्टियां चढऩे से पहले ही एक बार फिर से उतर गई। हिंडन खादर क्षेत्र में अपना धंधा जमा रहे शराब माफिया आबकारी विभाग ने खेला बिगाड़ दिया। जिसमें शराब माफिया को फिर करीब 50 हजार रुपए से अधिक का झटका दिया है। दरअसल हिंडन खादर क्षेत्र में शराब माफिया के गुर्र्दे कच्ची शराब तैयार कर रहे थे, मगर शराब तैयार होने से पहले ही आबकारी विभाग की टीम टीम ने मौके पर पहुंच कर शराब की भट्टी को नष्ट करते हुए कटीली झाडिय़ों के बीच छिपाकर रखे एक दर्जन से अधिक ड्रमो को बाहर निकाल कर नष्ट कर दिया। कच्ची शराब के धंधे से जुड़े लोग गन्ने का सीजन शुरू होते ही सस्ते में पुराना गुड़ खरीद लेते हैं। इस गुड़ को सड़ाया जाता है। इसके बाद भाप को किसी बर्तन में एकत्र कर शराब तैयार की जाती है। इस शराब को बनाने का कोई मानक नहीं होता है। बिना जांच किए यह शराब लोगों को बेच दी जाती है। ऐसे में यह जहरीली भी हो सकती है। बताया जा रहा है आबकारी विभाग की यह कार्यवाही क्षेत्रीय लोगों की मुखबिरी पर हुई है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग लगातार जागरूकता अभियान चलाता रहता है। जिसका असर यह है कि शराब माफिया का खेल बिगाड़ने में क्षेत्र के लोग ही अब आबकारी विभाग का सहयोग कर रहे है। जिस कारण शराब माफिया अपने इरादों में अभी तक कामयाब नहीं हो पा रहे है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया शुक्रवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली की हिंडन खादर क्षेत्र स्थित मथुरापुर में अवैध रूप से शराब का निर्माण हो रहा है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए तत्काल आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह, ऋचा सिंह की टीम गठित की गई।

मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान पर टीम ने पहुंच कर शराब की भट्टी को नष्ट किया। उसके बाद शराब से भरे ड्रमों की तलाश की गई। काफी तलाश के बाद झाडिय़ों के बीच जमीन में गड्ढा खोदकर छिपा कर रखे 14 ड्रमों को निकाला गया। जिसमें करीब 65 लीटर अवैध कच्ची शराब और करीब 2500 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। बरामद लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। इसके अलावा टीम द्वारा थाना मुरादनगर एवं थाना लोनी के अंतर्गत शमशेरपुर, भूपखेडी, सीती आदि हिंडन खादर क्षेत्रों पर दबिश दी गई। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। उन्होंने बताया शराब तस्करों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम में क्षेत्र के लोगों में जागरूकता देखने को मिल रही है। अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं तस्करी के खिलाफ कार्यवाही में आबकारी विभाग की टीम के साथ लोग भी फोन कर जानकारी दे रहे है। लोगों की इसी जागरूकता को हथियार बनाकर टीम कार्यवाही भी कर रही है।