फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन बढ़ाने की रणनीति

डीएम ने समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश

गाजियाबाद। जनपद में फ्रंट लाइन वर्करों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है। फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन लगाने में जनपद पिछड़ रहा है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने रविवार को इस मुद्दे पर स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा की। समीक्षा के दौरान विभिन्न निर्णय लिए गए। बैठक में निर्णय लिया गया कि जो फ्रंट लाइन वर्कर्स वैक्सीन लगवाने से छूट गए हैं, उन्हें अब एकीकृत कोविड कमांड सेंटर (कोविड कंट्रोल रूम) से दूरभाष के माध्यम से कॉल कर वैक्सीन लगवाने के लिए सूचित किया जाएगा। प्राईवेट अस्पतालों में कोविड वैक्सीन हेतु जनपद स्तर पर एक नोडल अधिकारी नामित किया जाएगा, जो समस्त प्राईवेट अस्पतालों पर नजर रखेगा तथा यह देखेगा कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा लोगों से सरकार द्वारा कोविड वैक्सीन की निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क की वसूली नहीं की जाए। कोविड वैक्सीन 40 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में एवं 60 प्रतिशत शहरी क्षेत्र के लोगों को लगाई जानी है। इस हेतु जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह उपरोक्त प्रतिशत को पूर्ण कराने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें। जिन लोगों ने पहली डोज लगवाई है, ऐसे लोगों को चिन्ह्ति कर उन्हें दूसरी डोज लगवाने हेतु निर्धारित तिथि से 3 दिन पहले ही कोविड कंट्रोल रूम से कॉल कर जानकारी दिए जाने की व्यवस्था की गई है। कोविड वैक्सीनेशन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए एकीकृत कोविड कमांड सेंटर (कोविड कंट्रोल रूम) में कॉल कर जानकारी उपलब्ध की जा सकती है। जिलाधिकारी ने बताया कि फ्रंट लाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन में जनपद के पिछडऩे का मुख्य कारण यह है कि नगर निगम एवं नगर पालिकाओं में सफाई कर्मियों द्वारा अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई गई है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने नगरायुक्त को पत्र प्रेषित कर प्रत्येक सफाई कर्मी को वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने पत्र में नगरायुक्त को स्वयं मॉनिटरिंग करने एवं प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराने के भी निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्र में नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह अपने-अपने यहां फ्रंट लाइन वर्कर्स/प्रत्येक सफाई कर्मियों का वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराएं।