जलभराव से बिगड़े हालात, नगरायुक्त ने संभाली कमान

नगर निगम के पांचों जोन का दौर, दूर कराई समस्या

गाजियाबाद। बारिश के लिए तरस रहे शहरवासियों को शुक्रवार को राहत मिली। लेकिन जलभराव ने खूब परेशान किया। एक साथ इतनी अधिक बारिश हुई जिसे संभाल पाना किसी भी शहर के लिए आसान नही था। लेकिन गाजियाबाद नगर निगम ने इस कठिन समय को भी संभाला। सुबह में तो जलभराव की समस्या रही। लेकिन दोपहर होते-होते स्थिति काबू में आती दिखाई दी। इसके लिए नगर निगम के अधिकारी धन्यवाद के पात्र है। निगम अधिकारियों की मुस्तैदगी का परिणाम रहा कि धीरे-धीरे जल भराव की समस्या काबू में आ गई। गाजियाबाद में शुक्रवार देर रात करीब 34 मिमी. बारिश हुई। यह इस साल में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इस कारण जलभराव की समस्या हुई। जलभराव की एक वजह लोगों द्वारा घर के आगे नालियों को पाटकर लंबा रैंप बनाया जाना भी है। मेयर आशा शर्मा ने नालियों को पाटने और नालियों के ऊपर रैंप बनाने को लेकर नाराजगी भी जताई है।

भारी बारिश की वजह से शहर में कुछ स्थानों पर जलभराव की समस्या सामने आई। जिसके समाधान के लिए मध्य रात्रि से नगर निगम जरूरी प्रयासों में जुट गया। नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने जगह-जगह स्थिति का जायजा लिया। नगरायुक्त तंवर द्वारा कमान संभालने के बाद विभागीय कर्मचारी भी हरकत में आ गए। इसके चलते जलभराव की समस्या को दूर किया गया। नगरायुक्त ने महाप्रबंधक जल को निर्देश देकर बरसाती पानी को बाहर करने के लिए पंप लगवाए। घनी बारिश के दौरान नगर निगम अधिकारी सहित पूरी टीम सड़कों पर जलभराव के समाधान के लिए डटी रही।

नगरायुक्त द्वारा पांचों जोनों का निरीक्षण किया गया, जिसके तहत सबसे अधिक जलभराव की समस्या सिटी जोन में पाई गई। जहां पर मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाकर जेसीबी के माध्यम से नालों की सफाई तत्काल कराई गई। क्षेत्रीय जनता की समस्याओं के समाधान को नगरायुक्त महेंद्र सिंह तंवर उनके बीच पहुंचे तथा तत्काल प्रभाव से टीम लगाकर जल के प्रवाह को बदल कर शहर को जलभराव की समस्या से मुक्त कराया। क्षेत्रीय पार्षदों की शिकायतों का संज्ञान लेकर मेयर आशा शर्मा द्वारा भी व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए गए ताकि जलभराव की समस्या को कम किया जा सके। इस मौके पर क्षेत्रीय पार्षद कुसुम लता, अमित डबास, पार्षद पति वीरेंद्र त्यागी आदि मौजूद रहे।