आईटीएस मोहन नगर में वैश्विक मानव मूल्य पर तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस में वैश्विक मानवीय मुल्य विषय पर तीन दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के सहयोग एवं दिशा निर्देश के अनुरूप आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य वक्ता अजय कुमार पाल को फेसिलिटेटर डॉ एचके रॉय, एआईसीटीई के मनोनीत पर्यवेक्षक डॉ मुंशी यादव, संस्थान के निर्देशक डॉ वीएन बाजपेई, डॉ सुनील कुमार पांडे, निदेशक (आईटी एवं यूजी) तथा प्रोग्राम कॉर्डिनेटर डॉ मनोज कुमार झा द्वारा पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
उद्घाटन सत्र के दौरान सर्व प्रथम डा वीएन बाजपेई ने सभी गणमान्य अतिथियों, वक्ताओं एवं सभी प्रतिभागियो का स्वागत किया साथ ही इस प्रोग्राम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। डॉ मनोज कुमार झा ने कार्यक्रम के पृष्ठभूमि, संरचना और कार्यक्रम का विवरण प्रस्तुत किया। अजय कुमार पाल ने वैश्विक मानव मूल्य की चर्चा की।

डॉ एचके रॉय ने एफडीपी के महत्व और मुंशी यादव ने प्रोग्राम के संचालन की विधि और तौर तरीको से अवगत कराया। डॉ सुनिल कुमार पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन किया और प्रतिभागियों को इस प्रोग्राम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। आईटीएस-द एजूकेशन ग्रुप के वाइस चेयर मैन अर्पित चड्ढा ने आयोजकों के इस प्रयास की सराहना की। साथ ही प्रतिभागियों से ऐसे अवसर पर आए हुए सभी वक्ताओं के साथ ज्ञान और कौशल साझा करने के लिए प्रेरित किया।
आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ आरपी चड्ढा ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और सभी प्रतिभागियों एवं शिक्षको को कार्यक्रम के सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।

एफडीपी 12 सत्रों में आयोजित जीवन किया गया। जिसमे मानवीय अस्तित्व के व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक, प्राकृतिक एवं वैश्विक स्तर पर हार्मोनी एवं संतुलन स्थापित करने के लिए आवश्यक प्रयासों की चर्चा की गई। इस दौरान विभिन्न प्रकार के कार्यशाला, प्रेजेंटेशन, ग्रुप डिस्कशन एवं कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही छात्रों को इस विषय में अभिरुचि पैदा करने और एक निश्चित आचरण का निर्माण कर एक सफल और उत्तरदायी नागरिक बनाने पर जोर दिया गया। सभी प्रतिभागियों ने काफी मनोयोग से चर्चा मे भाग लिया।

कार्यक्रम के अंतिम सत्र में डा उपासना मिश्रा, रीजनल ऑफिसर, एनसीसीआईपी (एआईसीटीई) ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित किया एवं उन्हें उत्साहित कर भविष्य में इस पर वृहत रूप से कार्य करने के लिए आह्वान किया। समस्त एनसीआर क्षेत्र और नॉर्थ इंडिया के विभिन्न क्षेत्रों के संस्थानों से आए हुए प्रतिभागी सम्मिलित हुए। व्यापक चर्चा हुईं साथ ही प्रश्नोत्तर के माध्यम से शंका समाधान भी किया गया।