फूफा-भतीजे का कारनामा, ओलेक्स पर बेच चुके सैकड़ो चोरी की बाइक व स्कूटी

गाजियाबाद। ओएलएक्स पर सैकड़ो चोरी की बाइक और स्कूटी बेचने वाले गिरोह का कौंशाबी पुलिस ने पर्दाफास करते हुए फूफा-भतीजे को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी की 15 बाइक और छह स्कूटी बरामद किया गया है। पकड़े गये आरोपित पिछले करीब पांच सालों से चोरी की सैकड़ो बाइक व स्कूटी चोरी कर बेच चुके है। घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कौंशाबी थाना प्रभारी सचिन मलिक, एसएसआई अजय कुमार शर्मा, एसआई राजीव सिंह, सन्नी मलिक, योगेन्द्र सिंह, अकुंश मलिक की टीम ने शनिवार देर रात चेकिंग के दौरान मैक्स कट के पास से चोरी की स्कूटी समेत शादाब पुत्र आस मौहम्मद निवासी तेलियान फरीदनगर भोजपुर, मुशीर मलिक पुत्र इस्लाम निवासी कैला भट्टा गिरफ्तार किया गया। मुशीर शादाब का फूफा है। सोतीगंज मेरठ निवासी अनस फूफा-भतीजे को चोरी की बाइक और स्कूटी देता था। जिसके बाद आरटीओ आफिस के एजेंट करोल बाग दिल्ली के रमन सरदार से आरोपी बाइक और स्कूटी के फर्जी कागज तैयार कराते थे। उसके बाद उन गाडिय़ों को ओलेक्स पर बेचने के लिए डालते थे। गिरोह में चोरी की बाइक देने वाले अनस और फर्जी कागजात तैयार करने वाले रमन सरदार की तलाश की जा रही है। सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपित मुशीर 8वीं और शादाब 12वीं पास है। फरार आरोपी अनस चोरी की बाइक व स्कूटी की फोटो फूफा और भतीजे को भेजता था। फिर दोनों उसी तरह की अन्य बाइक के नंबर प्लेट का फोटो खींच लेते थे। एंजेट रमन सरदार की मदद से उस बाइक का चैसिस और इंजन नंबर निकलवाकर फर्जी कागज तैयार कराते थे और फिर वहीं चैसिस और इंजन नंबर अनस चोरी की बाइक में लिखता था।
बतौर बानगी अनस ने एक नीली अपाचे चोरी की। मुशीर और शादाब को उसकी फोटो भेज दी। इन दोनों ने प्रीतमपुरा दिल्ली के योगेश अरोड़ा की नीली अपाचे के नंबर प्लेट की फोटो खींचकर रमन सरदार को भेज दी। उसने आरटीओ आफिस से योगेश की बाइक का चैसिस और इंजन नंबर पता करके उन्हें बता दिया। उसके आधार पर फर्जी कागजात भी तैयार कर दिए। मुशीर ने अनस को वह विवरण भेज दिया। अनस ने चोरी की नीली अपाचे में योगेश की बाइक का चैसिस और इंजन लिखकर मुशीर को दे दिया। शादाब ने उसे बेचने के लिए ओएलएक्स पर विवरण अपलोड कर दिया। सीओ ने बताया योगेश अपनी बाइक की सर्विसिंग करने गया तो उसे इसकी जानकारी हुई। कौशांबी थाना प्रभारी निरीक्षक सचिन मलिक ने बताया कि आरोपित बहुत ही शातिर हैं। करीब पांच से बाइक व स्कूटी चोरी कर बेचने का कारोबार कर रहे है। जो कि अब तक सैकड़ों बाइक और स्कूटी बेच चुके हैं। गाड़ी बेचते समय ग्राहकों को झांस में लेने के लिए उनसे गाडी की पूरी पैंमेट में से पांच हजार रूपए कागज उनके नाम ट्रांसफर होने के बाद देने की बात कहते थे। जिससे ग्राहक भी पांच हजार के चक्कर में इनके झांसे में आ जाते थे। जब तक उन्हें कुछ पता चलता तब तक यह अपना मोबाइल नंबर बंद कर लेते थे। फिर नए नाम से ओलेक्स पर गाड़ी डालते थे। पकड़े गये आरोपियों के पास से बरामद बाइक व स्कूटी के मालिकों का पता लगाया जा रहा है और फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।