लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान अहम हथियार: डॉ पीएन अरोड़ा

 

गाजियाबाद। राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान के लिए सभी नागरिक को वोट डालना जरूरी है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम लोगों को जागरूक करें। मतदाता का वोट बहुत ही अमूल्य है। राष्ट्र व प्रदेश की प्रगति में बड़ा सहायक भी होता है, इसलिए निष्पक्ष रुप से बिना किसी बहकावे में आकर अपनी अंतरात्मा से मतदान करना चाहिए। यह बातें वरिष्ठ सनाजसेवी एवं यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद के प्रबंध निदेशक डॉ पीएन अरोड़ा ने 10 फरवरी को जनता से अपना अमूल्य वोट डालने की अपील करते हुए कहीं। उन्होंने कहा लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान करना एक अहम हथियार है। पांच वर्ष बाद वोटरों को अपनी पसंद का जनप्रतिनिधि चुनने का मौका मिलता है। लिहाजा सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए। कहा कि मतदान प्रतिशत बढऩे के भविष्य में अच्छे परिणाम सामने आएंगे। सभी जागरूक वोटरों को अपने परिवार और मोहल्ले में भी मतदान के लिए जागरूकता का माहौल पैदा करना चाहिए। क्योंकि इसी मतदान से हमारा और देश दोनों का भविष्य तय होता है। हमारी कोशिश होनी चाहिए कि पहले मतदान करें, फिर जलपान करें। इससे शतप्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने व करवाने में यह सभ्य समाज सफल रहेगा। राजतंत्र में कहावत था कि यथा राजा तथा प्रजा। यानी कि जैसा राजा होगा, वैसी प्रजा होगी। लेकिन लोकतंत्र में यथा प्रजा तथा राजा वाली कहावत चरितार्थ होती है। यानी कि जैसी प्रजा होगी, वैसा ही राजा चुनेगी। आजादी के बाद के हमारे सभी चुनावी चयन ने इस देश को एक नई दिशा दी और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को परिपक्व बनाया। इसी प्रकार हमें विवेकसम्मत तरीके से आगामी 10 फरवरी को मतदान करना है, ताकि 21वीं सदी के भारत में सबका विकास सुनिश्चित हो सके। आज हमें रोटी, कपड़ा और मकान; शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मान के अलावा तकनीकी विकास, आर्थिक स्वतंत्रता और यातायात के तेज संसाधनों की जरूरत है। ऐसा तभी संभव है जब हमलोग उस सोच वाले जनप्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे। अब हमें अब जातिवाद, साम्प्रदायिकता, क्षेत्रवाद और वंशवाद से ऊपर उठकर एक समर्थ और सशक्त भारत के लिए मतदान करना चाहिए। इससे देश-प्रदेश को एक नई ताकत मिलेगी और हमारे नेतृत्व में भी एक नई ऊर्जा का संचार होगा।