हाईकोर्ट से मिली हार तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को कर डाला ध्वस्त, FIR दर्ज

गाजियाबाद शहर के 58 ट्रैफिक सिग्नल बंद करने और कंट्रोल सिस्टम हैंडओवर नहीं करने के मामले में मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स पर शिकंजा कसा। मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स के डायरेक्टर सहित 4 लोगों के खिलाफ सोमवार को सिहानी गेट थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक का सख्त निर्देश है कि शहर के ट्रैफिक सिग्नल को ध्वस्त कर शहरवासियों को परेशानी में डालने वालों के साथ किसी भी प्रकार की मुरव्वत ना की जाये। शहरवासियों की जरूरतें एवं नगर निगम का हित सर्वोपरि रहेगा। नगर निगम द्वारा जल्द ही सभी ट्रैफिक सिग्नल का संचालन सुचारू कर दिया जाएगा।

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को डिस्टर्ब करने वालों को नगर निगम ने सबक सिखाने की ठान ली है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में मिली हार और नगर निगम द्वारा चेतावनी के बावजूद ट्रैफिक सिग्नल का कंट्रोल सिस्टम हैंडओवर नहीं करने के मामले में बीओटी फर्म मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स पर शिकंजा कस दिया गया है। मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स के डायरेक्टर सहित 4 लोगों के खिलाफ सोमवार को सिहानी गेट थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 420, 338, 186 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा- 2 और 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक का सख्त निर्देश है कि शहर के ट्रैफिक सिग्नल को ध्वस्त कर शहरवासियों को परेशानी में डालने वालों के साथ किसी भी प्रकार की मुरव्वत ना की जाये। शहरवासियों की जरूरतें एवं नगर निगम का हित सर्वोपरि रहेगा। नगर निगम द्वारा जल्द ही सभी ट्रैफिक सिग्नल का संचालन सुचारू कर दिया जाएगा।

पिछले दो दिनों से गाजियाबाद शहर के बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नल का मामला सुर्खियों में है। ट्रैफिक सिग्नल का संचालन बंद करने और कंट्रोल सिस्टम नगर निगम को हैंडओवर नहीं किये जाने के कारण शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को पुलिस द्वारा मैनुअली ऑपरेट किया जा रहा है। पूर्व में ट्रैफिक सिग्नल का काम देखने वाली फर्म मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के शहर के 58 चौराहों का ट्रैफिक सिग्नल बंद कर दिया गया। ट्रैफिक पुलिस और गाजियाबाद नगर निगम द्वारा प्रभावित चौराहों पर पुलिसकर्मियों और वॉलंटियर्स की तैनाती कर ट्रैफिक सिस्टम को मैनेज किया जा रहा है। लेकिन पीक ऑवर में सड़कों पर ट्रैफिक लोड अधिक होने के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और कुछ स्थानों पर लोगों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। हालांकि नगर निगम द्वारा जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सभी ट्रैफिक सिग्नल को ऑपरेशनलकर दिया जाएगा। लेकिन फिलवक्त लोगों की समस्याएं बरकरार है। ट्रैफिक सिग्नल का काम देख रही बीओटी फर्म मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स के गैरजिम्मेदाराना रवैया और ट्रैफिक सिग्नल का कंट्रोल सिस्टम हैंडओवर नहीं करने के मामले में नगर निगम के विज्ञापन प्रभारी पल्लवी सिंह ने मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स के डायरेक्टर हरीश शर्मा, पार्टनर गुंजन शर्मा, कपिल मोहन गुप्ता और तरूण शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

58 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल ध्वस्त
गाजियाबाद शहर के 58 ट्रैफिक सिग्नल का संचालन मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स द्वारा किया जा रहा था। इन 58 स्थानों में से चौधरी मोड़, हापुड़ चुंगी, मोहन नगर चौराहा, ठाकुरद्वारा तिराहा, नवयुग मार्केट चौराहा, पुराना बस अड्डा, मालीवाड़ा सहित करीब ढ़ाई दर्जन ऐसे स्थान हैं जिन चौराहों पर ट्रैफिक दवाब काफी अधिक होता है। विगत दो दिनों से इन सभी 58 स्थानों पर ट्रैफिक सिग्नल बंद पड़े हुए हैं।

वर्ष 2017 में हुआ था अनुबंध
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए ट्रैफिक सिग्नल के संचालन को लेकर गाजियाबाद नगर निगम व मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म के बीच अनुबंध हुआ था। अनुबंध की शर्तों के अनुसार 23 मई 2017 को ट्रैफिक सिग्नल का अनुरक्षण एवं संचालन की जिम्मेदारी मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई। अनुबंध की शर्तों के अनुसार फर्म को विज्ञापन करने का अधिकार दिया गया। नगर निगम और फर्म के बीच अनुबंध 6 वर्षों के लिए हुआ था। 6 साल की अवधि पूरी होने के बाद फर्म का अनुबंध रिन्यूवल नहीं किया गया और कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया।

हाईकोर्ट में मिली हार
नगर निगम द्वारा कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूवल नहीं किये जाने के बाद मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। याचिका में कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूवल नहीं करने के मामलों को चुनौती दी गई। हाईकोर्ट में नगर निगम ने मजबूती से अपना पक्ष रखा। नगर निगम द्वारा नये नियम शर्तों के साथ अन्य विज्ञापन कंपनी से करार करने पर पांच गुणा अधिक लाभ मिल रहा था। यह नगर निगम के आर्थिक हित में है। मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड का टेंडर अन्य पार्टिसिपेट से पांच गुणा कम था। कोर्ट ने नगर निगम की दलीलों को सही मानते हुए मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स की याचिका को खारिज कर दिया। मैसर्स शिव शक्ति द्वारा किये जा रहे विज्ञापन की वजह से नगर निगम को आर्थिक क्षति पहुंच रही थी।

निगम ने काटे अवैध पोल तो बौखला गई फर्म
इलाहाबाद हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद नगर निगम ने मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा शहर में अवैध रूप से लगाये गये यूनिपोल को काटना शुरू कर दिया। दर्जनों अवैध यूनिपोल काट दिये गये। यूनिपोल काटे जाने से बीओटी फर्म बौखला गई और उसने ट्रैफिक सिग्नल का संचालन बंद कर दिया।

नोटिस के बावजूद नहीं किया ट्रैफिक सिग्नल का हस्तानांतरण
हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी बीओटी फर्म द्वारा ट्रैफिक सिग्नल का संचालन करते हुए यूनीपोल पर विज्ञापन प्रचारित करने का कार्य किया जाता रहा। फर्म के अनुबंध की समयावधि समाप्त होने पर ट्रैफिक सिग्नल का कंट्रोल सिस्टम हस्तांतरण के लिए नगर निगम द्वारा 24 घंटे का समय देते हुए नोटिस जारी किया गया। बीओटी फर्म ने सहयोग करने के बजाय ट्रैफिक सिग्नल बंद कर शहरवासियों के लिए परेशानी खड़ी कर दी।

बीओटी फर्म का अनुबंध पूर्व में समाप्त हो चुका है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी गाजियाबाद नगर निगम के पक्ष में फैसला सुनाया और बीओटी फर्म की याचिका को खारिज कर दिया। ट्रैफिक सिग्नल बंद करके और कट्रोल सिस्टम नगर निगम को हैंडओवर नहीं करके शहरवासियों को जानबू­ाकर परेशान किया गया। बीओटी फर्म को नोटिस भेजकर 24 घंटे के अंदर ट्रैफिक सिग्नल का कंट्रोल सिस्टम हैंडओवर करने के निर्देश दिए गए थे, मगर हैंडओवर नहीं किया गया। ऐसे में अब फर्म के डायरेक्टर व पार्टनर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त
गाजियाबाद

नगर निगम के सभी आरोप गलत हैं। अनुबंध की शर्तों का कोई उल्लंघन नहीं किया है। अनुबंध में यह शामिल था कि हम छह साल कार्य करेंगे, हमारा कार्य संतोषजनक होने पर छह साल हमें और काम करने दिया जाएगा। मगर इस पर अमल नहीं किया गया। हमारे विज्ञापन के यूनिपोल गलत ढ़ंग से काटे गये। इससे एक अन्य विज्ञापन कंपनी को फायदा पहुंचेगा। यूनिपोल काटे जाने के कारण ट्रैफिक सिग्नल बंद किए हैं। इस मामले को भी कोर्ट में रखा जाएगा।
हरीश शर्मा
डॉयरेक्टर
मैसर्स शिव शक्ति ड्रीम होम्स