विश्व ब्राह्मण संघ ने मनाई महामना एवं अटलजी की 96वीं जयंती

गाजियाबाद। विश्व ब्राह्मण संघ के तत्वाधान में महामना मदन मोहन मालवीय व अटल बिहारी वाजपेई की 96वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान दोनों महापुरुषों पुष्प अर्पित कर उनके बताए रास्ते पर चलने की बात वक्ताओं ने रखी। विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बी के शर्मा हनुमान ने बताया कि इलाहाबाद में 25 दिसंबर 1861 में जन्मे पंडित मदन मोहन मालवीय अपने महान कार्यों के चलते महामना कहलाए। मालवीय ने इलाहाबाद के एक विद्यालय में एक शिक्षक के रूप में शुरू किया। उन्होंने 1915 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय बीएचयू की स्थापना की।

वकालत करने के साथ उन्होंने 1885 से 1907 के बीच तीन पत्रों हिंदुस्तान, इंडियन यूनियन और अभ्युदय का संपादन किया। इसी प्रकार कवि पत्रकार और देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जन्म दिवस दिन 1924 में ग्वालियर में हुआ वह 1939 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े पहली बार 1957 में बलरामपुर से सांसद चुने गए वाजपेई भाजपा की नींव रखने वालों में भी शामिल रहे। तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने पोखरण परमाणु परीक्षण कर दुनिया में धाक जमाई। कार्यक्रम में कौटिल्य सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुबोध शर्मा, कुमार ब्रदर्स के चेयरमैन ललित शर्मा, प्राइवेट चिकित्सक वेलफेयर एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ डीपी नागर, वीरेंद्र कंडेरा, एनएस तोमर, सुभाष शर्मा, मिलन मंडल छोटेलाल कनौजिया, देवाशीष ओझा, सचिन भारती, एके जैन, डॉक्टर आरपी शर्मा, सुभाष शर्मा, नूर मोहम्मद, हरीश वर्मा, मनोज कुमार उपस्थित थे।