विदेश में 7 भारतीय अगवा, फिरौती की डिमांड

कुख्यात आतंकियों को चाहिए 20 हजार डॉलर

नई दिल्ली। आतंकवाद से ग्रस्त लीबिया से बुरी खबर सामने आई है। वहां सक्रिय कुछ आतंकियों ने भारत के 7 नागरिकों को अगवा कर लिया है। उन्हें छोडऩे की एवज में 20 हजार डॉलर की डिमांड की गई है। अगवा नागरिक उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले बताए गए हैं। उधर, विदेश मंत्रालय की तरफ से इस प्रकरण में अभी कोई बयान नहीं आया है। लीबिया में भूखमरी और बेरोजगारी चरम पर है। इसके अलावा यह देश आतंकवाद की समस्या से भी जूझ रहा है। लीबिया के आतंकियों ने भारत के उत्तर प्रदेश एवं बिहार के मूल निवासी 7 नागरिकों का अपहरण कर लिया है। उन्हें रिहा करने के नाम पर 20 हजार डॉलर की की मांग की गई है।
अगवा सभी नागरिक उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, देवरिया और बिहार के बताए गए हैं। आतंकियों ने जनपद कुशीनगर के मुन्ना चौहान सहित 5 भारतीयों को अगवा किया है। वारदात के बाद आतंकियों ने उस कंपनी से फिरौती की मांग की है, जिसमें पीडि़त कार्यरत थे। कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत गढिय़ा बसंतपुर गांव निवासी मुन्ना चौहान सितंबर 2019 में एनडी एंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी दिल्ली के जरिए आयरन वेल्डर के तौर पर लीबिया गया था। मुन्ना का वीजा 13 सितंबर 2020 को समाप्त हो गया था। वीजा खत्म होने से पहले उसे वापस लौटना था, मगर उससे पहले वह आतंकियों के चंगुल में फंस गया। अगवा मुन्ना के रिश्तेदर लल्लन प्रसाद के मुताबिक गत 13 सितंबर को मुन्ना ने अपने परिवार से फोन पर बात की थी। उसने 17 सितंबर को लीबिया से दिल्ली आने की बात कही थी। इसके बाद परिवार का मुन्ना से कोई संपर्क नहीं हो सका। 27 सितंबर को पीडि़त परिवार को ट्रेवल एजेंसी की मार्फत इस घटना की जानकारी मिली। ट्रेवल एजेंसी ने बताया कि कंपनी आतंकियों को फिरौती की रकम देने को राजी नहीं है। पीडि़त परिवार ने भारतीय विदेश मंत्रालय से कार्रवाई की गुहार लगाई है।