बिहार चुनाव : इधर नामांकन, उधर हुई गिरफ्तारी

निर्वाचन कार्यालय के बाहर से प्रस्तावक व 2 प्रत्याशी अरेस्ट

पटना। बिहार विधान सभा चुनाव में अब दिलचस्प घटनाक्रम भी देखने को मिल रही हैं। 2 प्रत्याशियों को नामांकन करने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ वारंट जारी होने के कारण यह कार्रवाई की गई। इसके अलावा एक प्रत्याशी के प्रस्ताव को भी पुलिस उठा ले गई। बिहार में विधान सभा चुनाव की सरगर्मी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। प्रथम चरण के लिए नामांकन का वीरवार को आखिरी दिन था। ऐसे में नामांकन करने के लिए प्रत्याशियों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस बीच पुलिस भी काफी सक्रिय नजर आई। पुलिस ने ऐसे 2 प्रत्याशियों और एक प्रस्ताव को दबोच लिया, जिनके खिलाफ वारंट जारी थे। भोजपुर की अगिऑव सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) प्रत्याशी मनोज मंजिल और शाहपुर विधान सभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी बुटश्ेवर यादव ने नामांकन किया। नामांकन कर लौटने के दरम्यान मनोज मंजिल और बुटश्ेवर यादव को पुलिस ने निर्वाचन कार्यालय के बाहर से गिरफ्तार कर लिया। उधर, संदेश विधान सभा सीट से प्रत्याशी के प्रस्तावक नागेंद्र सिंह को पुलिस ने आरा सदर अनुमंडल निर्वाचन कार्यालय से नामांकन के उपरांत अरेस्ट किया है। पुलिस का कहना है कि इन सभी पर पहले से अलग-अलग थाने में रिपोर्ट दर्ज थी। वारंट के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। प्रस्ताव और 2 प्रत्याशियों की गिरफ्तारी से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। दोनों प्रत्याशियों ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। वहीं, भोजपुर की अगिऑव विधान सभा से जनता दल यूनाईटेड के प्रत्याशी व वर्तमान विधायक प्रभुनाथ राम ने भी पर्चा दाखिल कर दिया है। पिछले विस चुनाव में इस सीट से प्रभुनाथ ने अच्छी जीत दर्ज की थी। उनके सामने इस बार भाकपा (माले) ने मनोज मंजिल को उतारा है। वहीं, शाहपुर विधान सभा सीट से भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की पत्नी शोभा ओझा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है।