सीएनजी की कीमतों में बढ़ोत्तरी, जनता पर महंगाई की मार  

दिल्ली में शनिवार से सीएनजी की कीमत में 95 पैसे प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। पहले दिल्ली में सीएनजी 78.61 रुपये प्रति किलो बिक रही थी जो अब बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। जबकि गुरुग्राम समेत कई जगह सीएनजी की कीमत लगभग 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।
नई दिल्ली। अगर आप सीएनजी की गाडिय़ां चलाते हैं, तो ये खबर आपके बेहद ही महत्वपूर्ण है। दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में सीएनजी की कीमतों में शनिवार से बढ़ोतरी हो गई है। दिल्ली में अब सीएनजी 79.56 रुपए प्रति किलो है।
दिल्ली में शनिवार से सीएनजी की कीमत में 95 पैसे प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। पहले दिल्ली में सीएनजी 78.61 रुपये प्रति किलो बिक रही थी जो अब बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। जबकि गुरुग्राम समेत कई जगह सीएनजी की कीमत लगभग 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।
साल 2021 में 1 अक्टूबर को दिल्ली में सीएनजी 45.5 रुपये प्रति किलो पर बिक रही थी। 17 दिसंबर 2022 को सीएनजी 79.56 रुपये प्रति किलो बिक रही है। ऐसे में 14 महीनों के दौरान 34.06 रुपये प्रति किलो की बढ़त सीएनजी की कीमतों में हो चुकी है। ऐसे में सीएनजी पिछले 14 महीनों में 73 फीसदी से ज्यादा महंगा हो चुका है। सीएनजी की बढ़ती कीमतों के चलते कमर्शियल गाड़ी मालिकों का बजट बिगड़ चुका है। जिसका सीधा सीधा असर आम आदमी के बजट पर पड़ रहा है। आजकल रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर सामानों की ढुलाई सीएनजी गाडिय़ों के द्वारा की जाती है, ऐसे में सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी का असर सीधे आम आदमी के बजट पर पड़ता है। मतलब साफ है कि हर चीज की कीमतें बढ़ जाती हैं। चाहे खाने-पीने के सामान की कीमत हो या बच्चों के स्कूल आने-जाने के लिए बस का किराया।

70 प्रतिशत से ज्यादा महंगा सीएनजी

रेटिंग एजेंसी इंक्रा ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि पिछले एक साल में सीएनजी की कीमतों में करीब 70 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण यह है कि प्राकृतिक गैस की कीमतों में इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी। ऐसे में वित्त वर्ष 2022-23 में कमर्शियल गाडिय़ों में सीएनजी के इस्तेमाल को घटाकर 9 से 10 फीसदी कर दिया है जबकि पहले ये अनुपात 16 फीसदी हुआ करता था।

आम जनता की जेब पर पड़ेगा असर

सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी का सीधा असर सीएनजी आटो, केब सर्विस देने वाली कंपिनयों और सीएनजी कार चालकों पर पड़ेगा। इससे कैब सर्विस देने वाली कंपनियां भी अपने दाम बढ़ा सकती हैं। ओला-उबर जैसी कैब कंपनिया पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। वहीं ऑटो से सफर करने वाले लोगों के लिए भी यह इजाफा महंगाई का बोझ बढ़ा सकता है। वहीं जो लोग रोज ऑटो से सफर करते हैं, उन्हें भी अब जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। देश के लोगों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा की गई सीएनजी के दामों में बढ़ोत्तरी को वापस लेना चाहिए। ताकि महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी और व्यापारियों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। बढ़ती महंगाई से ना व्यापार का भला होगा न ही सरकार का। अगर सरकार इस तरह महंगाई करती गई तो जनता को मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। देशभर के व्यापारी भाइयों की अपनी संस्था व्यापारी एकता समिति संस्थान सरकार से जल्द से जल्द सीएनजी की कीमतों में कमी लाने की मांग करती है। ताकि महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी और व्यापारी भाइयों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। बढ़ती महंगाई से ना व्यापार का भला हुआ है ना ही व्यापारी भाईयों का। लिहाजा सरकार को हमारी माँग पर जरूर अमल करना चाहिए।
प्रदीप गुप्ता,
राष्ट्रीय अध्यक्ष, व्यापारी एकता समिति संस्थान।