मिथिलांचल की संस्कृति से प्रभावित हैं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, ब्राहण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री ने उठाई ब्राहण कल्याण बोर्ड के गठन की मांग

मिथिलांचल के दौरे पर आएंगे असम के मुख्यमंत्री

नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा मिथिलांचल की संस्कृति से बेहद प्रभावित हैं। वह जल्द मिथिलांचल का दौरा करने को आतुर हैं। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की। इस दौरान सीएम सरमा ने अपनी इच्छा को जाहिर किया। सीएम सरमा से तरुण मिश्र ने विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया। यह वार्ता काफी सौहार्द पूर्ण माहौल में पूरी हुई। देश-दुनिया में ब्राहमण समाज के उत्थान और मजबूती के लिए अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा निरंतर प्रयासरत है। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र इस मुहिम में शिद्दत से जुटे नजर आते हैं। तरुण मिश्र ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की। इसके मद्देनजर वह गुवाहाटी पहुंचे। उन्होंने बताया कि असम के मुख्यमंत्री सरमा को विभिन्न बिंदुओं से अवगत कराया गया। इस बीच ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन पर चर्चा की गई। संगठन लगातार ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन पर जोर दे रहा है। यदि यह बोर्ड गठित हो जाता है तो ब्राह्मण समाज को बड़ी राहत मिल सकेगी। बोर्ड के जरिए ब्राह्मण समाज के नागरिक अपनी समस्याओं का समाधान करा सकेंगे। तरुण मिश्र ने असम के सीएम सरमा को अवगत कराया कि आस-पास के क्षेत्रों में मैथिली ब्राह्मण काफी तादात में हैं। ब्राह्मण वर्ग की समस्याओं का ध्यान रखने की गुजारिश सीएम से की गई। उन्होंने बताया कि हिमंत बिस्वा सरमा जब असम सरकार में वित्त मंत्री थी तब उन्होंने मिथिलांचल जाने की इच्छा जाहिर की थी। संयोग की बात है कि मुलाकात के दौरान उन्होंने पुन: तरुण मिश्र से मिथिलांचल जाने की अपनी इच्छा को प्रकट किया। हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मिथिलांचल की कल्चर व रहन-सहन को वह नजदीक से देखना चाहते हैं। इसके लिए वह जल्द वहां का दौरा करने जाएंगे। असम के मुख्यमंत्री ने तरुण मिश्र से मैथिली संस्कृति एवं खान-पान के विषय में भी जानकारी ली। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के महामंत्री तरुण मिश्र का कहना है कि असम के सीएम के साथ यह मुलाकात सार्थक रही। उन्हें मिथिलांचल की यात्रा पर आने का न्यौता दिया गया है।