खुली भ्रष्टाचार की पोल, उदघाटन से पहले पुल जमींदोज

-कोई हताहत नहीं, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

सिवनी। मध्य प्रदेश में नवनिर्मित पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। उद्घाटन से पहले यह पुल नदी में बह जाने से सरकारी मशीनरी की पोल खुल गई है। जिला प्रशासन ने घटना के बाद जांच के आदेश दे दिए हैं। पुल के निर्माण में गुणवत्ता के साथ समझौता होने की प्रबल आशंका है। मध्य प्रदेश में इन दिनों भारी बारिश का दौर चल रहा है। ऐसे में सिवनी जनपद के सुनवारा गांव में वैनगंगा नदी पर नवनिर्मित पुल पानी में बह गया है। इस पुल के निर्माण पर 3 करोड़ 7 लाख रुपए खर्च किए गए थे। बामुश्किल एक माह पहले पुल शुरू किया गया था। इसका अभी औपचारिक उद्घाटन भी नहीं हो सका था। नागरिकों ने उद्घाटन से पहले पुल का प्रयोग आरंभ कर दिया था। टूटे पुल का वीडियो भी सामने आया है। जानकारी के मुताबिक पुल निर्माण का करीब दो साल पहले शुरू किया गया था। निर्धारित समयावधि से पहले पुल को बना लिया गया था। आरोप है कि पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने से यह घटना घटी है। गनीमत रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। उधर, कलेक्टर राहुल हरिदास ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उनका कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि यह पुल सिवनी की केवलारी विधान सभा क्षेत्र के तहत आता है। वहां के विधायक राकेश पाल हैं। वह भाजपा से चुनाव लड़े थे। नवनिर्मित पुल ढहने से आवागमन रूक गया है। नागरिकों को आवागमन करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके पहले बिहार में भी इस प्रकार की घटना सामने आ चुकी है।