गाजियाबाद के बाद यूपी का एक और शहर जारी करेगा बॉन्ड, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए फंड जुटाएगा यमुना प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश का एक और शहर अब बॉन्ड जारी करने की तैयारी में है। इसके लिए यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण (यीडा) ने योजना पर काम शुरू कर दिया है। इंफ्रास्ट्रक्चर बांड जारी कर यीडा द्वारा फंड एकत्र किया जाएगा। एकत्र रकम का इस्तेमाल मेट्रो, पॉड टैक्सी आदि परियोजनाओं के क्रियान्वयन में होगा। बांन्ड जारी कराने के लिए एसबीआई कैपिटल कंपनी को सलाहकार नियुक्त किया गया है। यह कंपनी बांड के साथ-साथ अन्य विकल्प भी उपलब्ध कराएगी। बॉन्ड की कीमत प्राधिकरण के लाभ और संपत्तियों के आंकलन के बाद निर्धारित होगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में तमाम बड़ी-बड़ी योजनाएं आ रही हैं। इनमें फिल्म सिटी, राया हेरिटेज सिटी, टप्पल बाजना अर्बन सेंटर विकसित करने के साथ मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर काम करना है। यमुना प्राधिकरण ने ग्रेटर नोएडा से जेवर तक मेट्रो और जेवर व फिल्म सिटी के बीच पॉड टैक्सी संचालित करने की तैयारी की है। इसके साथ दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। इन सबके लिए कई हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी। इन योजनाओं में से कई के लिए प्राधिकरण को अभी भूमि भी खरीदनी है। इसके लिए भी कई हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्राधिकरण रकम का इंतजाम इंफ्रास्ट्रक्चर बांड जारी कर करेगा। इसके लिए प्राधिकरण ने एसबीआई कैप को सलाहकार नियुक्त किया है। जल्द तमाम प्रक्रिया पूरी कर योजना पर आगे काम शुरू हो जाएगा। यमुना प्राधिकरण वित्तीय वर्ष 2016-17 से निरंतर लाभ में चल रहा है। इसलिए बांड जारी करने में आसानी रहेगी। यह बांड कितनी कीमत का होगा यह अभी तय नहीं हो सका है। सलाहकार कंपनी इसका निर्धारण करेगी। बांड का निर्धारण प्राधिकरण के लाभांश और उसकी संपत्तियों के आधार पर तय होता है। यमुना प्राधिकरण सरकारी संस्था है। कई बार सरकार बॉन्ड की गारंटी ले लेती है। यानी अगर कंपनी में किसी तरह की दिक्कत आती है तो सरकार उसकी भरपाई करती है। बॉन्ड जारी होने से पहले यह भी तय होगा कि इसमें सरकार की गारंटी रहेगी या नहीं। एसबीआई कैप बॉन्ड के साथ-साथ अन्य विकल्पों को भी सुझाएगी। यह कंपनी बांड की कीमत भी तय करेगी। इसके बाद इसे जारी किया जाएगा। प्राधिकरण को उम्मीद है कि परियोजनाओं के लिए इसके जरिये पैसा आ जाएगा। इससे यहां पर विकास कार्य और तेज होंगे।