अमृत सरोवर अभियान: बिसहाड़ा और ततारपुर के तालाबों को संवारने में जुटा जिला पंचायत

-तालाबों की सफाई, अतिक्रमण मुक्त करने, तार फेंसिंग का काम जोरों पर

ग्रेटर नोएडा। जिला पंचायत गौतम बुद्ध नगर तालाबों की अमृत सरोवर तैयार करने के लिए शुरू हुआ अभियान अब रफ्तार पकड़ रहा है। मनरेगा मजदूरों की मेहनत से इन तालाबों पर सुंदरीकरण का काम चल रहा है। तालाबों की सफाई, तालाब में जाने वाले पानी के लिए रास्ता और पाथवे बनाया जा रहा है। अमृत सरोवर के संबंध में तय किए गए नियमों के अनुसार सरोवर का निर्माण करने पर जोर दिया जा रहा है। जल्द ही तालाबों की दशा बदल दी जाएगी। इनमें गंदा पानी नहीं बल्कि साफ और निर्मल पानी लबालब रहेगा। घूमने के लिहाज से पैदल पथ, लाइटिंग की व्यवस्था भी की जानी है। जिला पंचायत के कार्यों को लेकर जहां ग्रामीणों में भी खुशी का माहौल है। जिन तालाबों पर पूर्व में कूड़ा फेंका जाता था और उसकी गदंगी से लोग परेशान रहते थे। वहीं अमृत सरोवर अभियान के तहत अब उन तालाबों का संवारने का काम शुरु हो चुका है।

जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी द्वारा लगातार तालाबों के कार्यों का जायजा लिया जा रहा है और दिशा-निर्देश भी दिए जा रहे है। जिला पंचायत गौतम बुद्ध नगर अमृत सरोवर अभियान के तहत तालाबों का सौंदर्यीकरण कर रहा है। बिसहाड़ा और ततारपुर के तालाबों पर काम चल रहा है। तालाबों की सफाई, अतिक्रमण मुक्त करने, तार फेंसिंग करने का काम जोरों पर है। पाथवे भी बनाया जा रहा है। बेंच और लाइट लगाई जाएंगी। तालाबों को इस तरह से संवारा जा रहा है कि सुबह-शाम ग्रामीण तालाबों के पास आकर बैंठ सकेंगे और घूम भी सकेंगे। तालाबों पर चल रहे कायों का अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने जायजा लिया। उन्होंने जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि काम की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है। तालाब तक पानी पहुंचने का भी इंतजाम किया जा रहा है। साथ ही गंदा पानी रोकने के लिए भी प्रबंध किए जाएंगे।

जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने बताया कि अमृत सरोवर बनाए जाने के साथ किनारों पर पौधारोपण भी कराया जाएगा। पौध के विकसित होकर पेड़ बनने तक इनकी देखभाल भी की जाएगी। जिससे पर्यावरण भी सुधर सके और अमृत सरोवर हरा भरा भी रहे। घूमने के लिए तालाब के चारों ओर पाथ बनाया जाना है। जिसे परिक्रम पथ का नाम दिया गया है। अमृत सरोवर में साफ और निर्मल पानी भरा जाएगा। घूमने के लिए पथ, लाइटिंग और पौधारोपण किया जाना है। बता दें कि शासन ने इस आजादी के अमृत महोत्सव के तहत दिशा निर्देश जारी किए थे। जिनमेें जिला पंचायत को पांच तालाबों की सूरत बदलनी हैं। अमृत सरोवर बनाने के लिए यह भी ध्यान रखा जाएगा कि आबादी का गंदा पानी तालाब में नहीं जा पाएगा। अगर कहीं गंदा पानी तालाब में डाला जा रहा है तो उसे बंद किया जाएगा। साथ ही अधिक पानी होने की दशा में निकासी का प्रबंध भी रहेगा। अमृत सरोवर का मकसद ही तालाब में साफ और निर्मल पानी का भंडारण सालभर बनाए रखना है।