किसानों के बीच जाकर अधिकारी दें योजनाओं की जानकारी: वीके सिंह

-पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण, 65 कृषकों को किया गया सम्मानित

गाजियाबाद। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर शुक्रवार को किसान सम्मान दिवस का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र पर कृषि विभाग के तत्वाधान में किया गया। जिसका शुभारंभ चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत दीप प्रज्वलित कर केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल डॉ वीके सिंह, विधायक मुरादनगर अजीत पाल त्यागी, विधायिका मोदीनगर मंजू सिवाच, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक सहित उपनिदेशक कृषि प्रसार, जिला उद्यान अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी व अन्य अधिकारियों द्वारा किया गया।

इस केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ वीके सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हित में 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। उन्होंने कहा कि चौ चरण सिंह जी ने 1957 में कृषि विविधिकरण करके तथा खेती की लागत कम करके किसानों की आय बढाने की व्यवस्था की थी। उन्होने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों के बीच जाकर योजनाओं की जानकारी दें तथा उसका लाभ दिलाये। उन्होंने किसानों को मोटा अनाज पैदा करने के लिए प्रेरित किया।


केंद्रीय राज्य मंत्री ने चौ चरण सिंह जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होने लाखों गरीब खेतिहर, मजदूर किसान को ऋण मुक्त कराने के लिए ऋण निर्मोचन विधेयक पास कराया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि हमारे देश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि पर आधारित है। हमारे देश की संस्कृति कृषि प्रधान है। उन्होने आश्वस्त किया कि गन्ना किसानों के मूल्य का भुगतान नियमित कराया जाएगा। किसान सम्मान दिवस पर जनपद के 65 कृषकों को विशिष्ट कार्यों हेतु सम्मानित किया गया। किसान सम्मान दिवस में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों डॉ अरविंद कुमार, अनीता यादव, डॉ अनंत कुमार, डॉ प्रमोद कुमार आदि द्वारा उक्त सम्मेलन में उपस्थित कृषको को कृषि की विभिन्न तकनीकों द्वारा अपनी आय बढ़ाने के लिए टिप्स दिए गए। जिससे कि जनपद में उत्पादन के साथ ही कृषकों की आय को भी बढ़ावा मिल सके। उक्त कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के 25 स्टाल लगाए गए थे। स्टॉल एवं कृषि विज्ञान केंद्र की विभिन्न इकाइयों का अवलोकन केंद्रीय राज्य मंत्री एवं विधायकों द्वारा अवलोकन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में 750 कृषक उपस्थित रहे।