एनसीआर के बड़े बिल्डर के खिलाफ प्राधिकरण की बड़ी कार्रवाई : अजनारा बिल्डर का आवंटन निरस्त, प्राधिकरण करेगा प्रोजेक्ट को पूरा

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने दिल्ली-एनसीआर के एक बड़े बिल्डर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। यमुना प्राधिकरण ने मनमानी पर उतारू नामी अजनारा बिल्डर का 25 एकड़ का भूखंड आवंटन निरस्त कर दिया है। इसके अलावा बिल्डर द्वारा जमा 46 करोड़ की धनराशि जब्त कर ली गई है। प्रस्तावित प्रोजेक्ट को अब यीडा द्वारा पूरा कराया जाएगा। रीशेड्यूलमेंट कराने के बावजूद अजनारा बिल्डर द्वारा रकम जमा नहीं करने पर यह कदम उठाया गया है। यमुना प्राधिकरण का लगभग 42 करोड़ रुपये बकाया है। इस प्रोजेक्ट में 3266 फ्लैट का निर्माण होना है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि खरीदारों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करने दिया जाएगा। उन्हें समय से फ्लैट उपलब्ध कराने की कोशिश होगी। दरअसल यमुना प्राधिकरण ने 2010 में अजनारा बिल्डर को सेक्टर-22 में 25 एकड़ भूमि का आवंटन किया था। बिल्डर द्वारा अगले साल 2011 में भूखंड की रजिस्ट्री कराई गई थी। प्रोजेक्ट का नाम अजनारा पैनोरमा किया गया था। यमुना प्राधिकरण ने इस प्रोजेक्ट में 3266 फ्लैटों का मानचित्र स्वीकृत किया था। तदुपरांत वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। यमुना प्राधिकरण ने 695 फ्लैटों का आंशिक पूर्णता प्रमाण पत्र जारी कर दिया।

अजनारा बिल्डर से बकाया राशि की वसूली के लिए यमुना प्राधिकरण निरंतर कोशिश करता रहा। 2017 में बिल्डर की तरफ से रिशेडयूलमेंट कराया गया। इसके तहत 1.04 करोड़ का नोटिस जारी किया गया। बिल्डर ने महज 54 लाख रुपये जमा किए। इसके बाद अक्टूबर 17 में 4.63 करोड़ रुपए जमा करने का नोटिस जारी किया गया, मगर बिल्डर की तरफ से पैसा नहीं जमा किया गया। बिल्डर ने 2019 में फिर रिशेडयूलमेंट कराया गया, मगर पैसा नहीं जमा कराया गया। नियमों के मुताबिक रिशेडयूलमेंट के बाद अगर 3 किश्तें लगातार जमा नहीं होती हैं तो आवंटन निरस्त किया जा सकता है। इसी के चलते यह कार्रवाई की गई है।

बिल्डर ने इस परियोजना में अब तक 46.87 करोड़ रुपये जमा किया है। जबकि उस पर 42.82 करोड़ रुपये बकाया है। बिल्डर द्वारा जमा राशि को जब्त कर लिया गया है। नियमों के अनुसार बिल्डर से सभी प्रकार की एनओसी लेने के बाद 25 प्रतिशत राशि जब्त कर बाकी दे दिया जाएगा। यमुना प्राधिकरण अब इस परियोजना को खुद पूरा करेगा। यीडा ने फ्लैट खरीदारों के हित को ध्यान में रखा है। बिल्डरों को मनमानी की छूट नहीं
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बिल्डरों को मनमानी करने की कतई छूट नहीं है। आवंटियों की सुविधा को ध्यान में रखकर निरंतर कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में अजनारा बिल्डर पर भी शिकंजा कसा गया है। आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।
डॉ. अरुण वीर सिंह
सीईओ
यमुना प्राधिकरण