त्यागी से भाजपा को परहेज, पुलिस कर रही है पीछा पकड़ने में नाकाम

महिला से अभद्रता करने पर फंसे कथित नेता पर सियासत गर्म

नोएडा। महिला के साथ अभद्रता एवं गाली-गलौच करने पर फंसे कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी पर राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक घमासान मचा है। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक पुलिस इस मामले में गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। हालांकि आरोपी की तलाश में दबिश देने का दावा किया जा रहा है। आरोप है कि श्रीकांत त्यागी ने अपने रसूख के दम पर पुलिस विभाग में भी मजबूत संबंध बना रखे थे। कई पुलिस अधिकारियों के साथ उसके करीबी संबंध बताए जाते हैं। गौतमबुद्ध नगर के अलावा गाजियाबाद पुलिस में भी उसकी मजबूत पैंठ थी।

ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में कथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी द्वारा महिला से अभद्रता करने के मामले में कोतवाली फेज-2 पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। एफआईआर के बाद पुलिस ने श्रीकांत के फ्लैट पर दबिश देकर उसके मैनेजर, चालक और पत्नी सहित 4 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। शनिवार देर रात तक चारों से पुलिस टीम पूछताछ करती रही। पुलिस ने श्रीकांत त्यागी की तीन लग्जरी गाड़ियों को भी कब्जे में लिया है। एक कार पर उत्तर प्रदेश शासन के राजकीय चिन्ह का दुरुपयोग होते मिला। ऐसे में श्रीकांत के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है।

फरार श्रीकांत की तलाश में पुलिस की 4 टीमें नोएडा के अलावा यूपी और उत्तराखंड में दबिश दे रही हैं। फरार होने के बाद से आईटी सेल द्वारा आरोपी के फोन की लोकेशन चेक की जा रही है। पता चला है कि श्रीकांत की लोकेशन पहले दिल्ली में थी। बाद में लखनऊ में भी लोकेशन मिली। उसके बाद फोन स्विच ऑफ कर दिया गया। पुलिस ने पहले आईपीसी की धारा-354 के तहत केस दर्ज किया था। बाद में आईपीसी की धारा-323 और 504 सहित अन्य धाराओं में भी मामला दर्ज किया गया।

बताया गया है कि श्रीकांत त्यागी को फरवरी 2020 तक गाजियाबाद पुलिस लाइन से 5 गनर मिले थे। उधर, एसएसपी गाजियाबाद मुनिराज जी ने बताया कि एलआईयू की गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी। फरवरी-2020 में रिपोर्ट के आधार पर सुरक्षा हटा ली गई थी। उधर, एडिशनल डीसीपी (लॉ एंड आर्डर) रणविजय सिंह ने बताया कि कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर की तरफ से श्रीकांत त्यागी को कभी भी कोई सुरक्षाकर्मी उपलब्ध नहीं कराया गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।