ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने मुक्त कराई डेढ़ करोड़ की भूमि

ग्रेटर नोएडा। किसानों के 6 प्रतिशत आबादी भूखंड पर भी भू-माफिया की नजरें टिकी हैं। रोजा याकूबपुर गांव में आबादी भूखंड पर भी अवैध कब्जा कर लिया गया। शिकायत मिलने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शनिवार को कार्रवाई करने में देरी नहीं की। प्रवर्तन दल की टीम ने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर लगभग डेढ़ करोड़ रुपए कीमत की भूमि को कब्जा मुक्त करा लिया। ग्रेनो प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) व मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह के निर्देश पर अधिसूचित एरिया में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी है।

महाप्रबंधक (परियोजना) केआर वर्मा ने बताया कि रोजा याकूबपुर में खसरा नंबर-271 की भूमि पर अवैध कब्जा होने की सूचना मिली थी। ऐसे में ग्रेनो प्राधिकरण के वर्क-1 के प्रभारी चेतराम सिंह के नेतृत्व में प्रबंधक प्रभात शंकर व सहायक प्रबंधक राजीव कुमार, स्थानीय पुलिस और उत्तर प्रदेश पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड के 10 सुरक्षा कर्मियों की टीम शनिवार को मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि छह जेसीबी व छह डंफर की मदद से करीब 2 घंटे तक चली कार्रवाई में रोजा याकूबपुर में 750 वर्ग मीटर भूमि पर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर खाली करा लिया गया।

कब्जा मुक्त भूमि पर किसानों के 6 प्रतिशत आबादी के भूखंड प्रस्तावित हैं। सड़क निर्माण का कार्य रुका पड़ा था। दो जेसीबी लगाकर इस अतिक्रमण को भी ढहा दिया गया। जीएम प्रोजेक्ट केआर वर्मा ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई प्रतिदिन की जाएगी। इस बाबत सभी वर्क सर्किल अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। सरकारी जमीन कब्जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायतों का त्वरित निस्तारण
आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के लिए ग्रेनो प्राधिकरण के जीएम प्रोजेक्ट केआर वर्मा ने अधीनस्थों के साथ शनिवार को बैठक की और सभी शिकायतों को गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निस्तारित करने के निर्देश दिए। जीएम प्रोजेक्ट वर्मा ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में पोर्टल पर प्राधिकरण से जुड़ी करीब 500 शिकायतें दर्ज हुई थीं, जिनमें से अधिकांश शिकायतों का शनिवार को निस्तारण कर दिया गया। सभी वरिष्ठ प्रबंधकों के साथ बैठक कर बोर्ड एजेंडा तैयार कराये गए। आईआईटीजीएनएल के इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में सफाई व्यवस्था को और दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।