ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने लॉन्च की भूखंड योजना
ग्रेटर नोएडा। जनपद गौतबुद्ध नगर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो गई है। ऐसे में लॉक डाउन हटने और अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने पर सरकारी विभागों ने लंबित योजनाओं के क्रियान्वयन में दिलचस्पी दिखाई इै। इसी क्रम में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भी अपनी योजनाओं का श्रीगणेश आरंभ कर दिया है। ग्रेटर नोएडा में आईटी उद्योग विकसित करने की तैयारी है। इसके चलते भूखंड की योजना लॉन्च की गई है। इस योजना में कुल 12 भूखंड हैं। इसमें लगभग 700 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसके अलावा 5 हजार नागरिकों को रोजगार मिल सकेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण के मुताबिक ईकोटेक-1 एक्सटेंशन-1 में 8, नॉलेज पार्क-5 में 3 और टेकजोन-2 में 1 भूखंड है। यह भूखंड 4.99 एकड़ से लेकर 28 एकड़ आकार तक के हैं। इसके लिए करीब 100 एकड़ भूमि आवंटित की जाएगी। इसका आवेदन पत्र ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट और निवेश मित्रा की वेबासाइट पर उपलब्ध है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई है। 30 जून तक प्राप्त होने वाले आवेदनों को एकत्र कर आगामी कार्रवाई की जाएगी। उधर, आईटी उद्योग विकसित होने से ग्रेटर नोएडा की लोकप्रियता में और बढ़ावा होगा। दिल्ली के नजदीक नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में कारोबार के प्रति उद्यमी हमेशा उत्साहित रहे हैं।
यीडा की आवासीय योजना का ड्रा 7 जुलाई को
यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण की आवासीय भूखंडों की योजना में आवेदन कर्ताओं के लिए अच्छी खबर है। आवासीय भूखंडों की योजना का ड्रॉ की तिथि तय हो गई है। आगामी 7 जुलाई को ड्रा निकाला जाएगा। इससे पहले प्राधिकरण आवासीय भूखंडों की योजना का भी ड्रा पूर्ण कर लेगा। यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेक्टर-18 व 20 में करीब 600 भूखंडों की आवासीय योजना मार्च में लॉन्च की गई थी। इसमें 60, 90, 120, 300, 1000, 2000 व 4000 वर्ग मीटर के भूखंड हैं। आवासीय भूखंड योजना का ड्रा 7 जुलाई को सेक्टर पी थ्री के सामुदायिक केंद्र में कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि सफल आवेदकों की सूची प्राधिकरण की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। इसमें 16 जून तक आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। उधर, इससे पहले औद्योगिक भूखंड योजना का ड्रा 25 जून को निकाला जाएगा। सेक्टर-32 व 33 में हैंडीक्राफ्ट, फर्नीचर व अपैरल और ट्वॉय सिटी योजना के भूखंड हैं।