बुलेट ट्रेन सेवा से भी जुड़ेगा उत्तर प्रदेश का मेडिकल डिवाइस पार्क: डॉ. अरुणवीर सिंह

 26 आवंटियों को मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सौंपे आवंटन पत्र व चेकलिस्ट और लीज प्लान

ग्रेटर नोएडा।  यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा बुधवार को प्राधिकरण के औद्योगिक सेक्टर 28 के अंतर्गत स्थापित किए जा रहे मेडिकल डिवाइसेज पार्क में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में भूखंडों के आवंटियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में मेडिकल डिवाइसेज पार्क के आवंटियों द्वारा बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया गया। यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण द्वारा 350 एकड़ में स्थापित की जा रही मेडिकल डिवाइसेज पार्क योजना के प्रथम चरण में 59 भूखंडों का आवंटन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह एवं अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी ने 26 आवंटियों को आवंटन पत्र व चेकलिस्ट/लीज प्लान सौंपे।


मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया व आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन में इस मेडिकल डिवाइसेज पार्क को विश्व स्तरीय सुविधा संपन्न बनाने पर तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है। इस मेडिकल डिवाइसेज पार्क में मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स भारत सरकार द्वारा एक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल की स्थापना भी की जा रही है। इससे इंडस्ट्रियलिस्ट को अब एक्सपोर्ट डॉक्यूमेंटेशन, एक्सपोर्ट ग्रांट, एमएआई ग्रांट आदि कार्यों के लिए कही और जाने आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके लिए एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का निर्माण कार्य भी प्राधिकरण द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है। प्राधिकरण का यह क्षेत्र बेहतर रोड, मेट्रो, हाईवे, पोड टैक्सी, बुलेट ट्रेन से भी कनेक्टेड होने जा रहा है।

आवंटियों ने प्राधिकरण को दिए सुझाव

कार्यक्रम मे आवंटियों द्वारा सवाल जवाब सेशन के दौरान कुछ मांगे तथा सुझाव प्राधिकरण के समक्ष रखें, जिनमें मुख्यत: सेक्टर 28 में कॉमन फाइर हाइड्रांट फैसिलिटीज की उपलब्धता की मांग की गई। मेडिकल डिवाइस पार्क  में काम करने के लिए आने वाले वर्कर्स के लिए रहने की सुविधा का सुझाव दिया गया। मेडिकल डिवाइसेज पार्क के आवंटियों के लिये आवासीय भूखंडों की व्यवस्था, यमुना एक्सप्रेसवे पर डिवाइस डिवाइसेज पार्क योजना के साइनेज बोर्ड लगाने, ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था, सुरक्षा आदि के संबंध में सुझाव दिए गये। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि सेक्टर में कॉमन हाइड्रेंट फैसिलिटी की सुबिधा प्रदान की जाएगी, हाईवे पर साइनेज की व्यवस्था करने के लिए महाप्रबंधक परियोजना को निर्देशित किया। आवंटियों को अवगत कराया कि इस योजना के निकटवर्ती ग्रामों में एवं प्राधिकरण क्षेत्र में बने सेक्टर में आवासीय सुबिधा उपलब्ध है। प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 33 में ट्रांसपोर्ट नगर की योजना लायी जा रही है। जिससे ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा मिलेगी। प्राधिकरण की आवासीय योजनाओं में फंक्शन होने पर औधोगिक इकाइयों को भी अलग से आरक्षण का लाभ मिलता है।

प्राधिकरण द्वारा इस सेक्टर में एक पुलिस थाना अथवा चौकी की स्थापना करवायी जाएगी। इसके अलावा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर 28 में 02 फ्लैटेड फैक्ट्री का निर्माण भी करवाया जाएगा। जिससे कम बजट वाला उद्योगपतियों को भी किराये पर फैक्ट्री लगाने व अपना बिजनेस शुरू करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने सभी इंडस्ट्रियलिस्ट को भरोसा दिलाया कि वह अपनी किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसी भी कार्यदिवस पर वर्किंग ऑवर में प्राधिकरण में मिलने आ सकते हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उद्योगपति शामिल हुए। कार्यक्रम में प्राधिकरण की तरफ से डॉ अरुणवीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, शैलेंद्र कुमार भाटिया, विशेष कार्याधिकारी, शैलेंद्र कुमार सिंह विशेष कार्याधिकारी, एके सिंह महाप्रबंधक परियोजना, राजेंद्र भाटी उप महा प्रबंधक परियोजना, स्मिता सिंह एजीएम उद्योग, नंदकिशोर सुंदरियाल स्टाफ ऑफिसर, मनोज धारिवाल वरिष्ठ प्रबंधक परियोजना,वंदना राघव एएलओ आदि उपस्थित रहे।