मेडिकल डिवाइस पार्क : अप्रैल से भूखंड आवंटन, उद्यमी बेकरार

कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कॉमन साइंटिफिक सेंटर में केंद्र करेगा अंशदान

ग्रेटर नोएडा। मेडिकल डिवाइस पार्क प्रोजेक्ट को अंजाम तक पहुंचाने के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) शिद्दत से जुटा है। यदि सब-कुछ ठीक-ठाक रहा तो अप्रैल से भूखंड आवंटन की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी जाएगी। उद्यमियों को भी आवंटन प्रक्रिया का बेसब्री से इंतजार है। वहां स्थापित इकाइयों को भरपूर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यमुना प्राधिकरण काफी समय से मेडिकल डिवाइस पार्क परियोजना पर काम कर रहा है। यह प्रोजेक्ट 2 चरण में विकसित होना है। प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 350 करोड़ रुपए है। केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर सैद्धांतिक सहमति भी प्रदान कर दी है। डिवाइस पार्क में कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कॉमन साइंटिफिक सेंटर के लिए भी तैयारी चल रही है।

2 चरण में विकसित होना है प्रोजेक्ट
जिस पर लगभग 177 करोड़ रुपये व्यय होने की उम्मीद है। इसमें 100 करोड़ रुपए केंद्र सरकार वहन करेगी। शेष राशि का बंदोबस्त यमुना प्राधिकरण करेगा। कॉमन साइंटिफिक पार्क में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस डिजाइन सेंटर, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सेंटर व गामा रेडिएशन जोन होगा। मेडिकल डिवाइस पार्क में अप्रैल से भूखंड आवंटन आरंभ हो जाएगा। इसमें स्थापित होने वाली सभी इकाइयां अगले 6 साल में क्रियाशील हो जाएंगी। पहले, दूसरे व तीसरे साल में 10-10 फीसद इकाई क्रियाशील होंगी। इसके अगले वर्षों में 20-20 फीसद इकाइयां क्रियाशील हो जाएंगी। रोजगार सृजन का बनेगा हब
रोजगार सृजन के लिए मेडिकल डिवाइस पार्क बड़ा हब बनकर उभरेगा। पहले चरण में लगभग 35 से 37 हजार जरूरतमंदों को रोजगार मिलेगा। कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कॉमन साइंटिफिक सेंटर में कॉमन आईटी फैसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिवाइस फैसिलिटी, सेंसर टेस्टिंग फैसिलिटी, इलेक्ट्रॉनिक असेंबलिग फैसिलिटी, थ्री डी डिजाइन रैपिड फोटो फैसिलिटी, बायो मैटेरियल टेस्टिंग फैसिलिटी, इंटरनेट ऑफ टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, गामा रेडिएशन जोन आदि की सुविधा रहेगी। इसके अतिरिक्त आईआईटी कानपुर सेंटर फॉर एक्सीलेंस विकसित करेगा।

पहला चरण 200 एकड़ का
यह प्रोजेक्ट चिकित्सा उपकरण निर्माता इकाइयों के लिए समर्पित होगा। इसमें इलेक्ट्रॉनिक की वह इकाइयां भी होंगी, जो चिकित्सा क्षेत्र के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाती हैं। उधर, यमुना प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि मेडिकल डिवाइस पार्क को धरातल पर उतारने की दिशा में तैयारियां जोरों पर हैं। इसे 2 चरण में 350 एकड़ में विकसित किया जाएगा। पहला चरण 200 एकड़ का होगा। इसमें कॉमन फैसिलिटी सेंटर व कॉमन साइंटिफिक सेंटर बनेगा।