स्वच्छता से खिलवाड़, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सिखाया सबक

2 संस्थानों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना

ग्रेटर नोएडा। शहर को साफ-सुथरा और हरा-भरा रखने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गंभीरता से प्रयासरत है। इसके इतर कुछ निजी संस्थान साफ-सफाई के प्रति अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रहे हैं। ऐसे में ग्रेनो प्राधिकरण ने 2 संस्थानों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना किया है। आरोप है कि यह संस्थान अनियोजित तरीके से कूड़ा फेंकने के साथ गंदगी को बढ़ावा दे रहे थे।

स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रेटर नोएडा शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की दिशा में भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। स्वच्छता और हरियाली के प्रति नागरिकों को भी जागरूक किया जा रहा है। इसके बावजूद कुछ निजी संस्थान सबक लेने को राजी नहीं हैं। नतीजन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को सख्त रूख अपनाने पर मजबूर होना पड़ा है। ग्रेनो प्राधिकरण के जन-स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के दौरान खुले में कूड़ा-करकट मिलने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई हो रही है।

इसी क्रम में जन-स्वास्थ्य विभाग ने सेक्टर ईकोटेक एक्सटेंशन-1 में न्यू शमा लैबोरेट्रीज और लोस्ट फर्नीचर संस्थान पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना किया है। इन संस्थानों ने खुले में कूड़ा फेंक रखा था, जिससे गंदगी को बढ़ावा मिल रहा था। दोनों संस्थानों को सप्ताहभर में जुर्माना राशि जमा कराने का निर्देश दिया गया है। इस प्रकार की पुन: गलती होने पर जुर्माना राशि में वृद्धि कर दी जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि खुले में कूड़ा डालने वालों पर निरंतर कार्रवाई की जाएगी। निजी संस्थानों और नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक रहना चाहिए।