सीईओ की सख्ती, पतंजलि ने जमा कराए बकाया 231 करोड़ रुपए

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जुलाई में शुरू होगा मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर का काम

ग्रेटर नोएडा। बकाएदारों को लेकर यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने रूख कड़ा कर लिया है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह द्वारा बकाएदारों को चेतावनी देने के बाद कंपनियों ने बकाया जमा कराना भी शुरू कर दिया है। सीईओ की सख्ती का असर है कि नामचीन पतंजलि कंपनी ने भी अपनी जेब ढीली कर बकाया 231 करोड़ की राशि का भुगतान कर दिया है। योग गुरु स्वामी रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद कंपनी यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कारोबार शुरू करने को काफी उतावली है। पतंजलि के मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर पर जुलाई में धरातल पर काम आरंभ कर दिया जाएगा। इसके लिए कंपनी ने बकाया 231 करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया है।

मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर की स्थापना से निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इस प्रोजेक्ट में 1437 करोड़ रुपये का निवेश के अलावा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख से अधिक जरूरतमंदरों को रोजगार मिल सकेगा। यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-24 व 24 ए में पतंजलि का मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर स्थापित होना है। योग गुरु स्वामी रामदेव की कंपनी को 2016 में जमीन आवंटित हुई थी। यमुना प्राधिरकण ने सेक्टर-24 व 24 एक में 430 एकड़ भूमि आवंटित की थी। इसमें मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर बनना था। कंपनी ने जमीन की चारदीवारी का निर्माण किया था। शेड तो बना लिए थे, लेकिन प्लांट नहीं लगा सका।

कंपनी बकाया पैसा भी नहीं जमा कर रही थी। इसको लेकर यमुना प्राधिकरण ने नोटिस जारी किया। नोटिस मिलने के बाद कंपनी ने 231 करोड़ रुपये जमा करा दिए हैं। अगले महीने से काम शुरू कर दिया जाएगा। पतंजिल आयुर्वेद ने प्राधिकरण में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी जमा की है। पतंजलि आयुर्वेद का यूपी में यह पहला मेगा प्रोजेक्ट है। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक पतंजलि आयुर्वेद के नाम सेक्टर-24 में 130 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। कंपनी करीब 937 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

इसमें हर्बल उत्पाद, ग्रीन टी, सिरप, फ्रूट कैंडी आदि का उत्पादन होगा। सेक्टर-24ए में 300 एकड़ जमीन पर पतंजलि फूड पार्क बनेगा। यहां अचार, गेहूं, चावल व अन्य खाद्य उत्पाद तैयार होंगे। इसमें करीब 500 करोड़ का निवेश होगा। पतंजलि फूड पार्क बनने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से यहां पर एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा।

पतंजलि आयुर्वेद कंपनी पर 231 करोड़ रुपए बकाया था। कंपनी ने बकाया धनराशि का भुगतान कर दिया है। जुलाई माह से कंपनी मेगा फूड पार्क और फूड प्रोसेसिंग सेंटर का निर्माण आरंभ कर देगी। निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत उत्पादन प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह
सीईओ
यमुना प्राधिकरण