पीओएस मशीन से होगी जिला पंचायत की कर वसूली: धर्मजीत त्रिपाठी

-स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने जिला पंचायत के राजस्व अधिकारियों को दिया प्रशिक्षण
-क्यूआर कोड से कर जमा कराने वाला प्रदेश की पहली जिला पंचायत गौतमबुद्धनगर  

ग्रेटर नोएडा। जिला पंचायत की कर वसूली अब पीओएस मशीन से की जाएगी। जमा धनराशि सीधे विभाग के खातों में पहुंचेगी। राजस्व जमा करने वाले कारोबारियों को मौके पर ही जमा रसीद भी मिलेगी। राजस्व की रकम के गोलमाल करने व कारोबारियों की ओर से कर्मियों पर भ्रष्टाचार के आरोप को देखते हुए सरकार ने पीओएस मशीन के इस्तेमाल का फैसला किया है। गौतमबुद्धनगर क्यूआर कोड से कर जमा कराने वाला प्रदेश की पहली जिला पंचायत है। शासन के निर्देशानुसार प्रदेश के जिला पंचायतों में कर, लाइसेंस व रोपित कर, संपत्ति एवं विभव कर किराया आदि आनलाइन वसूली के निर्देश दिए है। मंगलवार को जिला पंचायत कार्यालय में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों द्वारा जिला पंचायत के राजस्व अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। जिला पंचायत के राजस्व अधिकारियों को पॉश मशीन उपलब्ध कराई जाएंगी। शासकीय जिला निधि खाता के यूपीआई व क्यूआर कोड का भी उपयोग किया जायेगा।

इससे वसूली में पारदर्शिता आएगी। जिसके लिए बैंक से बात कर ऐप भी विकसित कराया जा रहा है ताकि जिला पंचायत क्षेत्रांतर्गत सभी करदाताओं का रिकॉर्ड फीड किया जायेगा और नये लोगों को सर्वे के हिसाब से जोड़ा जाएगा। ताकि उनके मोबाइल नंबर पर मैसैज भी भेजा जा सकें। कोई अगर नकद धनराशि भी जमा करेगा तो संबंधित जिला पंचायत के राजस्व निरीक्षक पाश मशीन से जमा प्रिंट निकाल कर देगा, जिस पर्ची में समय व दिनांक अंकित रहेगा। जल्द ही जिला पंचायत गौतमबुद्धनगर इसे चरणबद्ध तरीके से लागू करने जा रहा है। शासकीय जिला निधि खाता में क्यूआर कोड से कर जमा कराने वाला प्रदेश की पहली जिला पंचायत बनी गौतम बुद्धनगर है। जिला पंचायत नगरीय क्षेत्र को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में कर वसूली करती है। राजस्व वसूली की रकम से ही विकास कार्य कराए जाते हैं।

जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने कहा कर वसूली के लिए क्यूआर कोड से कर जमा कराने वाला प्रदेश की पहली जिला पंचायत है। जहां मंगलवार को क्यूआर कोड द्वारा 2 हजार रुपए का कर वसूलते हुए इसकी शुरुआत की गई है। आए दिन शिकायत मिलती है मैनुअल कर वसूली का फायदा कर्मचारी उठाते हैं। कारोबारियों को जमा धनराशि की रसीद नहीं मिल पाती है। जिसे लेकर कर निरीक्षकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं। अब शासन ने पुरानी पद्धति से राजस्व वसूली पर ब्रेक लगा दिया है। हर ब्लॉक क्षेत्र में निर्धारित धनराशि कारोबारियों से पीओएस मशीन के माध्यम से ही कर जमा कराएगा। सभी कर निरीक्षकों को ब्लॉक वार पीओएस मशीन मुहैय्या कराई जाएगी। मशीन से धन जमा करने पर पर्ची कटेगी। जितने की पर्ची कटेगी उतना ही धन कारोबारियों को देना होगा। शाम को कर निरीक्षक कार्यालय ऑनलाइन ऑफलाइन भुगतान का विवरण अपने उच्च अधिकारी को सौंपेंगे।