Water logging – ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तेवर सख्त

ग्रेटर नोएडा। मूसलाधार बारिश के कारण आवासीय सेक्टरों में Water logging की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नालियों को गलत तरीके से कवर कर लिए जाने के कारण जल निकासी रूकी पड़ी है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सख्ती दिखाई है। नालियों पर अतिक्रमण होने पर संबंधित भवन स्वामियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। नोटिस मिलने के बावजूद नाली ढकी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

शहर में तेज बारिश के कारण अक्सर Water logging की समस्या सामने आ रही है। आवासीय सेक्टरों में Water logging से आवागमन बाधित हो रहा है। इन सेक्टरों में नालियों पर अतिक्रमण की वजह से यह समस्या बढ़ गई है। बारिश के चलते कलेक्ट्रेट परिसर भी जलमग्न हो चुका है। इसके मद्देनजर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब कार्रवाई के मूड में है। समस्या का समाधान करने को कवायद शुरू कर दी गई है। नालियों पर अतिक्रमण करने वाले भवन मालिकों को चिन्हित किया गया है। इन भवन मालिकों को अब नोटिस भेजे जा रहे हैं।

दरअसल नाली ढकने से जल निकासी अवरूद्ध हो गई है। नतीजन बारिश के बाद जलभराव हो जाता है। नोटिस के बाद भी यदि मालिक नालियों से अतिक्रमण नहीं हटाते तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण खुद अतिक्रमण हटाकर नाली को दुरूस्त करेगा। इसका हर्जाना भी मकान मालिक से वसूला जाएगा। इस बीच सामाजिक संगठनों ने नागरिकों को जागरूक करना आरंभ कर दिया है। नागरिकों से नाली से अतिक्रमण हटाने की अपील की जा रही है। एक्टिव सिटीजन टीम के संस्थापक सदस्य हरेंद्र भाटी के नेतृत्व में टीम ने सोमवार को सेक्टर बीटा वन में डोर-टू-डोर संपर्क कर नागरिकों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि नाली से अतिक्रमण हटा लिया जाए ताकि Water logging से मुक्ति मिल सके।