शातिर मैनेजर: फर्जी लाइसेंस तैयार कर बुराश रेस्टोरेंट में कर रहा था शराब

-आबकारी अधिकारी की कार्रवाई के आगे नहीं चली चालाकी, मैनेजर समेत चार गिरफ्तार
-एक दिन के लाइसेंस पर तीन दिन करता था शराब पार्टी, अवैध शराब बरामद

गौतमबुद्ध नगर। अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने बिना लाइसेंस के अवैध रुप से शराब पिलाने वाले रेस्टोरेंट का भंडाफोड़ करते हुए मैनेजर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया मैनेजर इतना शातिर है कि आबकारी विभाग की आंख में धूल झोंक कर वह कुछ दिन लाइसेंस लेकर बाकी दिन बिना लाइसेंस के शराब पार्टी कर रहा था। जब इसकी जांच की गई तो पता चला जब भी टीम चेकिंग करने पहुंचती तो पुराने लाइसेंस में ही छेड़छाड़ कर उसका प्रिंट निकाल लेता और अधिकारियों को दिखा देता था। ऐसा एक बार नहीं बल्कि चार से पांच बार किया। मगर इस बार इसका शातिरपना आबकारी अधिकारी के सामने नहीं चला। ऑकेजनल बार लाइसेंस की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। जिसमें फीस से लेकर अनुमति मिलने तक सभी प्रोसेस ऑनलाइन ही होते है। पकड़ा गया मैनेजर विभाग से हर माह शुक्रवार, शनिवार व रविवार के दिन ऑकेजनल बार लाइसेंस लेता था। मगर पिछले कुछ माह से वह सिर्फ 7 से 8 दिन ही ले रहा था। मगर इस बीच जब भी टीम रेस्टोरेंट पर चेकिंग करने पहुंचती थी तो टीम को वह पुराने एडिट लाइसेंस को दिखा देता था। लेकिन जब इस बार मैनेजर ने शुक्रवार को विभाग से लाइसेंस लिया तो वह फेल हो गया और उसके बाद उसने लाइसेंस नहीं फिर रविवार के लिए जब दोबारा लाइसेंस लिया तो उस पर शक होने लगा। जिसके लिए जिला आबकारी अधिकारी ने खुद की एक टीम तैयार की और उस पर निगरानी तेज कर दी। शनिवार की रात जब टीम

रेस्टोरेंट की अचानक जांच करने पहुंची तो फिर से मैनेजर ने वहीं पुराना लाइसेंस के साथ छेड़छाड़ कर उसका प्रिंट निकाल कर टीम को दिखा दिया। जब लाइसेंस की जांच की गई तो पता चला कि उस दिन उसे लाइसेंस ही विभाग से जारी नहीं हुआ है। टीम ने कार्रवाई करते हुए मैनेजर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दरअसल लोकसभा चुनाव में आबकारी विभाग की व्यस्तता को देखकर बार संचालकों को लग रहा था कि विभाग इस समय सिर्फ अवैध शराब के कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में व्यस्त है। इस तरफ उनका ध्यान नहीं तो क्यों न मौके का फायदा उठाकर कुछ कमा लिया जाए। लेकिन आबकारी विभाग अपनी व्यस्तता के बीच बिना लाइसेंस के शराब पार्टी करने वालों पर भी अपनी नजर बनाए हुए है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के स्पष्ट निर्देश है कि बिना लाइसेंस के कोई भी बार, रेस्टोरेंट, होटल व फार्म हाउस संचालक शराब पार्टी करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आबकारी विभाग के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा। जिला आबकारी अधिकारी कार्रवाई ने यह तो साफ कर दिया है कि भले ही कोई कितना भी शातिरपना दिखा लें, मगर उनकी कार्रवाई के आगे किसी की चलने वाली है। जनपद में अगर शराब पार्टी करनी है तो नियमानुसार ही करनी होगी। बिना लाइसेंस के शराब पार्टी करने वालों की जगह सिर्फ जेल होगी।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया जनपद में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अवैध शराब के निर्माण एवं परिवहन के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई भी कर रही है। शनिवार रात को मुखबिर से सूचना मिली कि सेक्टर 132 रोहिल्लापुर में बुराश रेस्टोरेंट में बिना लाइसेंस के शराब की पार्टी चल रही है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आबकारी निरीक्षक डॉ शिखा ठाकुर, गौरव चन्द एवं अभिनव शाही की टीम गठित की गई। टीम जब मौके पर पहुंची तो मैनेजर ने वहीं पुराने लाइसेंस को आबकारी इंस्पेक्टरों को दिखा दिया। जब टीम ने उक्त लाइसेंस की विभाग के पोर्टल से जांच कराई तो फर्जी पाया गया। टीम ने मौके पर ही मैनेजर आलोक झा, धर्मवीर कुमार, थांगलेनहाऊ चोंगलोई व सोनू को गिरफ्तार कर लिया। उक्त रेस्टोरेंट प्रणव जैन (रेस्टोरेंट संचालक) के नाम से था। मौके से टीम ने 26 बोतल कोरोना एक्स्ट्रा प्रीमियम बीयर यूपी मार्का, 25 बोतल बीरा व्हाइट बीयर यूपी मार्का, जैकब क्रीक व्हाइट वाइन यूपी मार्का, एक सीलबंद और आधी भरी हुई बोतल और सुला ब्रांड की रेड वाइन यूपी मार्का, एक सीलबंद और आधी भरी हुई बोतल बरामद किया गया। बरामद बीयर एवं शराब की कीमत करीब 15 हजार रुपये है। आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। साथ ही रेस्टोरेंट संचालक अंकित प्रणव जैन को कारण बताओ का नोटिस जारी करते हुए आबकारी विभाग के पोर्टल से बुराश रेस्टोरेंट के खिलाफ ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई भी की गई है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया पकड़ा गया मैनेजर इतना बड़ा शातिर है कि वह अपने कर्मचारी धर्मवीर कुमार की मदद से फर्जी लाइसेंस तैयार करता था।

आबकारी विभाग के पोर्टल से पूर्व में बुराश रेस्टोरेंट के नाम से हर माह करीब 12 से 13 दिन लाइसेंस जारी होता था। जो कि हर सप्ताह शुक्रवार, शनिवार व रविवार का दिन विशेष होता था। मगर पिछले कुछ समय से वह 7 से 8 दिन ही लाइसेंस ले रहा था। हाल ही में आरोपी ने शुक्रवार को लाइसेंस लिया था, लेकिन किन्हीं कारणाों की वजह से उसका निरस्त हो गया। उसके बाद शनिवार को उसने दोबारा लाइसेंस रविवार के लिए लिया। शक होने पर टीम गठित की गई और रेस्टोरेंट की जांच करने के लिए भेजा गया। जब टीम मौके पर पहुंची तो उसने पुराने लाइसेंस के साथ छेड़छाड़ कर उसमें शुक्रवार की दिनांक डालकर उसका प्रिंट निकाल लिया। जब लाइसेंस की आबकारी विभाग के पोर्टल से जांच की गई तो पता चला उसे कोई लाइसेंस विभाग से जारी नहीं हुआ था। उन्होंने बार, रेस्टोरेंट, होटल व फार्म हाउस संचालकों के सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि बिना लाइसेंस के अगर कोई भी शराब पार्टी करते हुए पाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए कि शराब तस्करों पर कार्रवाई के साथ-साथ प्रतिदिन अभियान चलाकर बार, रेस्टोरेंट, होटल व फार्म हाउस एवं शराब की दुकानों का भी निरीक्षण करें। कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगी।

अवैध शराब समेत दो तस्कर गिरफ्तार
लोकसभा चुनाव को लेकर अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीम ने अवैध शराब समेत दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रविवार को आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय एवं थाना बादलपुर की संयुक्त टीम द्वारा संदिग्ध स्थानों पर दबिश की गई। दबिश के दौरान ग्राम शादीपुर छिडौली के पास अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे नानक पुत्र लखमी निवासी छिडौली बादलपुर को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 64 पौवे क्रेजी रोमियो अरुणाचल मार्का एवं 38 पौवे देशी शराब कैटरीना यूपी मार्का बरामद किया गया। वहीं आबकारी निरीक्षक नामवर सिंह की टीम थाना जेवर की संयुक्त टीम विभिन्न क्षेत्रों में दबिश दी गई। दबिश के दौरान अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे कुलदीप उर्फ तोला पुत्र मानसिंह जाट निवासी ग्राम पीपली टप्पल को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 3 पेटी संतरा देसी शराब हरियाणा मार्का बरामद किया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया शराब तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आसवानी फ्रॉस्ट फाल्कन डिस्टिलरीज लिमिटेड गांव नहरी जिला सोनीपत के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया गया। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।