मुंबई को देगा मात, यमुना सिटी बनेगा फाइनेंसियल हब

यीडा को फाइनेंसियल कंपनियों का केंद्र बनाने की योजना पर तेजी से काम कर रहे हैं डॉ. अरुणवीर सिंह

ग्रेटर नोएडा। मुंबई को भारत की व्यवसायिक राजधानी कहा जाता है। लेकिन वह दिन दूर नहीं जब ग्रेटर नोएडा का यमुना सिटी मुंबई को टक्कर देता हुआ नजर आएगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह के नेतृत्व में प्राधिकरण यीडा क्षेत्र में तेजी से एवं व्यवस्थित ढंग से योजनाओं को अमलीजामा पहनाने में जुटा हुआ है। प्राधिकरण की योजना है कि मुंबई की तरह यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-28 में फाइनेंसियल सिटी (फिन सिटी) विकसित की जाए। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह स्वयं इस योजना की नियमित मॉनीटरिंग कर रहे हैं। प्राधिकरण द्वारा फिन सिटी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने के लिए सलाहकार कंपनी का जल्द चयन कर लिया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) निकालेगा। इसमें फाइनेंसियल गतिविधियों से जुड़ी कपंनियों को जमीन आवंटित की जाएगी।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में फिन सिटी बनाने की योजना है। मुंबई की तर्ज पर इसे फाइनेंसियल कंपनियों के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। सरकार भी इस सिटी को विकसित करने पर मुहर लगा चुकी है। इस सिटी के सेक्टर-28 को चयनित किया गया है। फिन सिटी को 100 एकड़ में विकसित किया जाएगा। प्राधिकरण सबसे पहले फिन सिटी डीपीआर बनवाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ कंपनी का चयन किया जाएगा। बहुत जल्द इसके लिए आरएफपी निकाला जाएगा ताकि कंपनी का चयन किया जा सके। अधिकारियों के मुताबिक, अगले एक महीने में विशेषज्ञ कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।

फिन सिटी में देशभर की वित्तीय संस्थाओं को प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाएगा। यहां देश के सभी बैंकों के कॉरपोरेट दफ्तर, वित्तीय संस्थाएं, स्टॉक मार्केट, स्टॉक एक्सचेंज, कमोडिटी बाजार से जुड़े दफ्तर आदि को जमीन दी जाएगी। ताकि वह यहां अपना दफ्तर बनाएं और अपनी गतिविधियों को संचालित करें। जेवर एयरपोर्ट के चलते यह इलाका फिन सिटी के लिए मुफीद है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक प्रस्तावित फिन सिटी में 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश होने की संभावना है। इससे यहां पर 50 हजार युवाओं को रोजगार मिल सकता है। यहां पर वित्त विशेषज्ञों की जरूरत पड़ेगी। इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कार्गो, एमआरओ समेत कई हब यहां विकसित हो रहे हैं। इसके चलते यहां पर आर्थिक गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ेंगी।