ग्रेटर नोएडा में तैयार होंगे रेसलर, दुनिया को करेंगे हैरान

ग्रेटर नोएडा। तेजी से उभरते ग्रेटर नोएडा में उदीयमान खिलाड़ियों की सुविधाओं का भी भरपूर ख्याल रखा जा रहा है। इसके चलते वहां के गांवों से भी अब कुश्ती के अच्छे खिलाड़ी निकल सकेंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस संबंध में जरूरी निर्णय लिया है। इसके तहत सेक्टर-37 में प्रस्तावित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में रेसलिंग कोर्ट का निर्माण कराया जाएगा। रेसलिंग कोर्ट पर करीब 60 लाख रुपये खर्च होंगे। इसका टेंडर जल्द जारी होने जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नरेंद्र भूषण के निर्देश पर खेलो इंडिया के तहत ग्रेटर नोएडा के अंतर्गत आने वाले गांवों में खेल सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इसके मद्देनजर सेक्टर-37 में रेसलिंग कोर्ट बनाने की योजना है। सेक्टर-37 में पहले से स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लिए करीब चार हेक्टेयर स्थान चिन्हित है। उसी में से 50 गुणा 15 मीटर एरिया में रेसलिंग कोर्ट बनाया जा रहा है, जिसमें दो रिंग जल्द बनाने की योजना है। ये दो रिंग 12 गुणा 12 वर्ग मीटर के बनेंगे।

एक रिंग कच्चा और दूसरा पक्का होगा। इसके अलावा चेंजिंग रूम व टॉयलेट भी होगा। कुश्ती देखने वालों के लिए दर्शक दीर्घा भी बनेगी। इसे बनवाने में करीब 60 लाख रुपये खर्च होंगे। इसका एस्टीमेट बन चुका है। प्रोजेक्ट विभाग से बहुत जल्द टेंडर जारी करने की तैयारी है। टेंडर के जरिए कंपनी का चयन कर शीघ्र निर्माण शुूरू कराया जाएगा। प्राधिकरण की कोशिश है कि इसे शीघ्र पूरा कर दिया जाए, जिससे आसपास के खिलाड़ी कुश्ती की बारीकियों को सीख सकें और देश-दुनियां में गौतमबुद्ध नगर का नाम रोशन कर सकें।

गांवों में खेल मैदान पर जोर
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गांवों में खेल ग्राउंड विकसित करने की पहल की है। पाली, खोदना खुर्द, चुहड़पुर, सैनी व धूममानिक पुर में खेल ग्राउंड बनाए जाएंगे। प्राधिकरण के नियोजन विभाग ने इनके लिए जगह चिन्हित कर दी है। इन खेल ग्राउंड में 2 बैडमिंटन कोर्ट, वालीबॉल कोर्ट, कबड्डी कोर्ट व रेसिंग ट्रैक बनाए जाएंगे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने इन गांवों में स्पोर्ट्स ग्राउंड शीघ्र विकसित करने के निर्देश दिए हैं। सीईओ ने अधीनस्थों से ग्रेटर नोएडा के अंतर्गत आने वाले अन्य गांवों में खेल सुविधाएं बढ़ाने पर जोर देने के निर्देश दिए हैं, जिन गांवों में खाली जगह मिल सकेगी, उसे खेल के मैदान के रूप में विकसित किया जाएगा।