आबादी विवाद दूर करने को यमुना प्राधिकरण की मुहिम

गांवों का ड्रोन सर्वे, दुरूस्त किया जाएगा रिकॉर्ड

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अधीन गांवों में आबादी पर विवाद दूर करने को महत्वपूर्ण मुहिम चल रही है। यीडा के प्रयासों से निकट भविष्य में आबादी पर विवाद की स्थिति नहीं रहेगी। इसके मद्देनजर ड्रोन सर्वे का सहारा लिया गया है। ड्रोन के जरिए आबादी का सर्वे कार्य जोरों पर चल रहा है। अब तक 29 गांवों में यह काम पूर्ण हो चुका है। फिलहाल 10 गांव में यह कार्य जारी है। शेष गांवों का सर्वे अगले साल के पहले माह के अंत तक पूर्ण होने की उम्मीद की जा रही है।यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के अंतर्गत कुल 96 गांव आते हैं। इन गांवों में अक्सर आबादी को लेकर विवाद होते रहते हैं। इससे शांति एवं कानून व्यवस्था प्रभावित होती है। ऐसे में पुलिस के अलावा यमुना प्राधिकरण को भी परेशानी उठानी पड़ती है। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने आबादी के विवाद निपटाने को गांवों में सर्वे आरंभ कराने का निर्णय लिया है। सर्वे से यह साफ हो सकेगा कि कौन सी आबादी किसकी है। इससे गांव-गांव में विवाद पर रोक लग सकेगी।

केंद्र सरकार के फैसले को ध्यान में रखकर यमुना प्राधिकरण ने अपने अधीन गांवों में सर्वे पर ध्यान दिया है। अब तक 29 गांवों में सर्वे का काम पूरा करा लिया गया है। 10 गांव में सर्वे कार्य जाररी है। उधर, यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) डॉ. अरुण वीर सिंह का कहना है कि सर्वे कार्य से निश्चित रूप से आबादी से संबंधित विवाद दूर हो पाएंगे। यमुना प्राधिकरण ने 29 गांव में भूमि अधिग्रहण किया है। इन सभी गांव का ड्रोन सर्वे करा लिया गया है। इसके अतिरिक्त 10 और गांव में यह कार्य जारी है। शेष गांवों का सर्वे जनवरी 2022 के अंत तक पूर्ण करा लिया जाएगा।