किडनैपिंग नहीं घर में मिले आईएएस अधिकारी

-उत्तराखंड में मंत्री की आशंका ने बचाई खलबली

देहरादून। उत्तराखंड में आईएएस अधिकारी वी षणमुगम के कथित अपहरण कांड का नाटकीय अंदाज में पटाक्षेप हो गया है। पुलिस टीम को वह अपने घर पर क्वारंटाइन मिले। महिला और बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य द्वारा वी षणमुगम के गायब होने की आशंका जाहिर करने पर पुलिस को रात में दौडऩा पड़ा। मंत्री ने देहरादून के एसएसपी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। उत्तराखंड के महिला सशक्तिकरण और बाल विकास विभाग के निदेशक वी षणमुगम के सकुशल मिलने से सरकार ने भी राहत की सांस ली है। आईएएस अधिकारी षणमुगम की तलाश में पुलिस उनके आवास तक पहुंची थी। जहां वह क्वारंटाइन मिले। इसके पहले रविवार से फ़ोन न उठाने के कारण महिला और बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने वी षणमुगम के अपहरण की आशंका व्यक्त कर एसएसपी को पत्र भेजा था। पत्र में उन्होंने विभाग के निदेशक महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास वी षणमुगम को ढूंढने का आग्रह किया था। पत्र में लिखा गया था कि वी षणमुगम 20 सितंबर से गायब हैं। उनके फ़ोन बंद हैं। राज्यमंत्री रेखा आर्य के निजी सचिव ने षणमुगम के निजी सचिव से भी निरंतर संपर्क किया, मगर कोई सफलता नहीं मिली। पत्र में निदेशक वी षणमुगम के अपहरण की आशंका भी जताई गई थी। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग में मानव संसाधन आपूर्ति हेतु निविदा प्रक्रिया गतिमान थी। इसमें गड़बड़ी और धांधली होने पर वह अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। पत्र में कहा गया था कि ऐसी स्थिति में खुद को बचाने के लिए वी षणमुगम भूमिगत हो गए हैं। राज्यमंत्री के आग्रह पर देहरादून की पुलिस मंगलवार की रात आईएएस अधिकारी वी षणमुगम के आवास पर पहुंची। वहां वह सकुशल मिल गए। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह क्वारंटाइन हैं।