लखीमपुर खीरी कांड : गरमाई सियासत, कई नेता हिरासत में

लखनऊ। सूबे के लखीमपुर खीरी में जबरदस्त तनाव है। तिकुनिया क्षेत्र में रविवार को किसानों के उपद्रव के बाद भड़की हिंसा में 8 नागरिकों की मौत के बाद सियासत में एकाएक उबाल आ गया है। विपक्ष ने योगी सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। ऐसे में शांति एवं कानून व्यवस्था को खतरा पैदा हो गया है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सपा मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा नेता प्रो. रामगोपाल यादव, आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद आदि को पुलिस ने तिकुनिया जाने से रोक दिया है। इस दौरान इन नेताओं की पुलिस के साथ बहस भी हुई। विपक्षी दल के कुछ नेता लखीमपुर पहुंचे हैं। वहां एहतियात के तौर पर धारा-144 लागू कर दी गई है। हालाकि उप्र सरकार ने स्थिति को काबू में कर लिया है। एडीजी (लॉ एंड ऑर्ड) प्रशांत कुमार के साथ कई पुलिस अधिकारी तथा अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी व कृषि उत्पादन आयुक्त लखीमपुर में डेरा डाले हैं।

उधर, लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन की किसान नेता राकेश टिकैत के साथ 2 दौर की वार्ता हो चुकी है। तीसरे दौर की वार्ता चल रही है। 4 किसानों की मृत्यु के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा सहित 14 आरोपियों के विरूद्ध रिपोर्ट भी दर्ज की गई है। पुलिस ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव को विक्रमादित्य मार्ग से हिरासत में लिया है। हिरासत में लेने के बाद पुलिस उन्हें गौतम पल्ली थाना में ले गई। इसके बाद उन्हें इको गार्डन भेजा गया है। इको गार्डन में भी भारी पुलिस बल तैनात है। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने को पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी निगरानी कर रहे हैं।