महिला सांसद का पुत्र मोह, टिकट के लिए खुद इस्तीफा देने को तैयार

लखनऊ। चुनावी मौसम में भाजपा की महिला सांसद रीता बहुगुणा जोशी का पुत्र मोह सामने आया है। बेटे को टिकट दिलाने के लिए सांसद जोशी सांसद पद का भी त्याग करने को तैयार हैं। उन्होंने इस संबंध में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर अपने मन की इच्छा जाहिर की है। सांसद जोशी के इस कदम से भाजपा में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने अपने बेटे मयंक जोशी को लखनऊ कैंट से टिकट देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि पार्टी यदि मयांक को टिकट देती है तो वह सांसद के पद से इस्तीफा दे देंगी।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि मयंक जोशी 2009 से काम कर रहे हैं। उन्होंने इसके लिए (लखनऊ कैंट से टिकट) आवेदन किया है. मगर यदि पार्टी ने प्रति परिवार सिर्फ एक व्यक्ति को टिकट देने का फैसला किया है, तो मयंक को टिकट मिलने पर मैं अपनी वर्तमान लोकसभा सीट से त्याग पत्र दे दूंगी। उन्होंने कहा कि मैंने यह प्रस्ताव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर दिया है। मैं हमेशा भाजपा के लिए काम करती रहूंगी। पार्टी मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करने या न करने का विकल्प चुन सकती है।

मैंने कई साल पहले ही घोषणा कर दी थी कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी। उधर, सूत्रों की मानें तो भाजपा ऐसे व्यक्तियों को टिकट नहीं देना चाहती है जिसके परिवार में पहले से कोई मंत्री अथवा सांसद है। पार्टी के एक परिवार एक टिकट नीति को देखकर रीता बहुगुणा जोशी के बेटे की दावेदारी पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। बता दें कि यूपी में 7 चरण में विधान सभा चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को होना है।