उपद्रवियों पर योगी सरकार का एक्शन, कानपुर के बाद प्रयागराज में गरजा बुलडोजर

हिंसा के आरोपी जावेद अहमद के मकान का अवैध हिस्सा ध्वस्त

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कानपुर के बाद प्रयागराज हिंसा के साजिशकर्ता जावेद अहमद के आशियाने पर बुलडोजर चलाया गया है। जावेद के मकान के अवैध हिस्से को रविवार को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान मौके पर एहतियात के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में जावेद के परिजनों ने अड़ंगा लगाने की भरपूर कोशिश की, मगर पुलिस फोर्स के आगे उनकी एक नहीं चली। यूपी के विभिन्न शहरों में कुछ दिन पहले जुमे की नमाज के बाद हिंसा देखने को मिली थी।

इसके बाद से योगी सरकार ने उपद्रवियों को सबक सिखाना शुरू कर दिया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) की टीम ने रविवार को जावेद अहमद के आवास पर पहुंची। वहां मकान के अवैध हिस्से को ध्वस्त कर दिया गया। इसके पहले जावेद के मकान के बाहर नोटिस चस्पा किया गया था। नोटिस में मकान को खाली करने की हिदायत दी गई थी। नोटिस पर कोई कार्रवाई न होने पर पीडीए की टीम ने दोपहर करीब एक बजे भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को अंजाम दिया। पीडीए और पुलिस-प्रशासन की संयुक्तकार्रवाई से अटाला और नुरुल्लाह रोड पर खलबली मची रही।

बता दें कि कानपुर हिंसा के मास्टर माइंड हयात जफर हाशमी के रिश्तेदार एवं कारोबारी मोहम्मद इश्तियाक की अवैध इमारत पर शनिवार को बुलडोजर चलाया गया था। कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की टीम ने इमारत के अवैस हिस्से को ध्वस्त कर दिया था। आवासीय का मानचित्र मंजूर कराकर इमारत को कॉमर्शियल का रूप दे दिया गया था। इस इमारत में जफर हाशमी और एक बिल्डर का पैसा भी लगा होने की संभावना जाहिर की गई है। केडीए का कहना था कि इश्तियाक ने संबंधित भूखंड पर आवासीय भवन का निर्माण करने के लिए मानचित्र स्वीकृत कराया था, मगर पूरी इमारत को कॉमर्शियल रूप दे दिया गया। 130 वर्ग मीटर भूमि के अलावा सड़क पर लगभग 10 वर्ग मीटर तक अवैध निर्माण कर लिया गया था। सेटबैक भी नहीं छोड़ा था।