कोरोना का खौफ, सिर्फ 6 केस मिलने पर 40 लाख की आबादी लॉक

बीजिंग। कहावत है ‘दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है’। यह कहावत आजकल चीन पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। कोरोना संक्रमण की तबाही का सामना कर चुका ड्रैगन अब किसी प्रकार की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। तभी तो सिर्फ 6 पॉजिटिव केस मिलने पर 40 लाख की आबादी पर सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। समूचे शहर में लॉक डाउन लागू कर नागरिकों को बेवजह घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। लांझोउ शहर की स्थिति को देखकर चीन की बेचैनी साफ उजागर हो रही है। इस शहर की आबादी करीब 40 लाख है। वहां एक दिन में कोरोना संक्रमण के 6 केस सामने आए हैं। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।

पिछले 24 घंटे में चीन में कोरोना संक्रमण के कुल 29 मामले रिपोर्ट हुए हैं। इसमें से लांझोउ में मिले मरीजों की संख्या 6 है। इसके बावजूद चीन में लॉक डाउन लगा दिया गया है। चीन के सरकारी अधिकारियों का कहना है कि लांझोउ शहर से बाहर जाने वालों और आने वाले नागरिकों पर पैनी नजर रखी जा रही है। सभी नागरिकों को घरों के भीतर रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि जैसे-जैसे टेस्टिंग बढ़ा रहे हैं, वैसे-वैसे संक्रमण की रफ्तार भी बढ़ सकती है। कभी शून्य संक्रमण वाला शहर रहे बीजिंग में कोरोना के कुल मामले बढ़कर अब 9 हो गए हैं। इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों की पुन: कोविड जांच आरंभ कर दी है।

यही नहीं फ्लाइट और होटल बुकिंग पर भी रोक लगा दी गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के स्थानीय स्तर पर 38 केस सामने आए हैं। कई देशों से मिले डेटा से पता चला है कि चीनी वैक्सीन कोरोना संक्रमण को रोकने में प्रभावी साबित नहीं हो रही है। विशेष रूप से कोरोना के नए वैरियंट पर इस वैक्सीन का असर बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी देश में कोरोना के मामले इस बात पर निर्भर करते हैं कि वह देश अपने नागरिकों को कौन सी वैक्सीन दे रहा है।