कोरोना के आगे पस्त इजराइल, फिर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन

-कैबिनेट के फैसले से नाराज मंत्री का इस्तीफा

यरूशलम। अपने दुश्मनों को मुंहतोड़ जबाव देने में माहिर इजराइल भी आज कोविड-19 (कोरोना वायरस) के आगे पस्त होता दिखाई दे रहा है। कोरोना से निपटने में बेंजामिन नेतन्याहू सरकार को सफलता नहीं मिल पाई है। नतीजन इजराइल में दूसरी बार राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ा है। 3 सप्ताह का यह लॉकडाउन 9 अक्तूबर को समाप्त होगा। उधर, कैबिनेट के फैसले से नाराज एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। कोविड-19 (कोरोना वायरस) से निपटने के लिए समूची दुनिया संघर्षरत है। इसके लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जा रहे हैं। कोरोना का खात्मा करने को अब तक वैक्सीन लॉन्च नहीं हो सकी है। फिलहाल अमेरिका, भारत और ब्राजील में कोरोना की रफ्तार सबसे तेज है। इजराइल भी इस महामारी पर पूर्णत: अंकुश लगाने में सफल नहीं हो पाया है। युद्धभूमि में दुश्मनों के दांत खट्टे करने में माहिर इजराइल को कोरोना के आगे पस्त होना पड़ रहा है। इसके चलते इजराइल में एक बार फिर संपूर्ण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट के इस फैसले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दूसरा राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 3 सप्ताह तक लागू रहेगा। इसकी मियाद 9 अक्तूबर को खत्म होगी। प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि मैं जानता हूं हम सभी को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। ये छुट्टियों के दिन नहीं हैं, जिसके हम आदी रहे हैं। हम अपने परिवार के साथ उत्सव मनाने की स्थिति में नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि यदि सभी नागरिक नियमों का पालन करते रहें तो उन्हें यकीन है कि कोरोना वायरस को मात दी जा सकेगी। उधर, इजराइल सरकार में शामिल एक मंत्री ने कैबिनेट के फैसले के विरोध में इस्तीफा दे दिया है। इस बीच सरकार को आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है। रविवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग कर रैली निकाली थी। प्रदर्शनकारियों ने एयरपोर्ट जाने वाले नेतन्याहू के रास्ते को घेर लिया था। नेतन्याहू को अमेरिका-बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात के साथ समझौता करने हेतु जाना था। फिलहाल लॉकडाउन के कारण देश में अह्म यहूदी पर्वों को नहीं मनाया जा सकेगा।