पॉलिसी मैच्योर व पॉलिसी पर लोन दिलाने के नाम पर कर चुके करोड़ो की ठगी

-कमीशनबाजी पर चलता था ठगी का खेल, महिला समेत 30 शातिर ठग गिरफ्तार

गाजियाबाद। पॉलिसी मैच्योर व पॉलिसी पर लोन दिलाने के नाम पर दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों के हजारों लोगों से करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के महिला समेत 30 शातिर ठगों को साइबर सैल की टीम ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपी इतने शातिर है कि फर्जी आईडी पर सिम व बैंक अकाउंट खुलवाकर पॉलिसी धारकों को अपना नाम व पद बदल बदलकर कॉल करके फर्जी खाते में रूपए डलवाते थे। रूपए आने के बाद सिम को तोड़कर फेंक देते थे। फिर नई सिम लेकर नया शिकार ढूृंढते थे।
साइबर सैल प्रभारी सीओ अभय कुमार मिश्र ने बताया कि कुछ दिन पर मुखबिर की सूचना पर साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार की टीम ने 12वीं पास चन्द्रशेखर पुत्र सन्तराम निवासी पंचशील कॉलोनी भौपुरा को गिरफ्तार किया गया था। सख्ती से पूछताछ के बाद आरोपी ने बताया गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ नोएडा सेक्टर-16 में नौकरी करता है। जिसके बाद सुमित कुमार, सर्विलांंस प्रभारी नरेन्द्र, पवेन्द्र पाल सिंंह, सचिन कुमार की टीम गठित की गई। देर रात मौके पर पहुंची टीम ने छापेमारी के दौरान भुवन सिंह पुत्र पान सिंह निवासी कृष्ण एन्कलेव (बीए), दीपक पुत्र राम कुमार निवासी सूर्य बिहार पार्ट-2 सैक्टर-91 फरीदाबाद (बीए), रंजन कुमार चौधरी पुत्र रतनेश चौधरी (बीए), राहुल कुमार, भाई मनोज पुत्र धनेश्वर सिंह पता संगम विहार लोनी धरोटा खुर्द (बी कॉम), पारस तौतमर पुत्र हिमाचल सिंह निवासी भंहसोडा बुंलदशहर (बी कॉम), हेमन्त सिरोही पुत्र जितेन्द्र्र सिरोही निवासी सैदपुर बुंलदशहर (बीबीए), विकास कुमार पुत्र स्व: सितराम पता एक्सटेंशन दिल्ली (12वीं), राकेश पुत्र मलखान सिंह निवासी नोएडा (12 वीं), चन्दन कुमार झा पुत्र अवधेश कुमार झा निवासी न्यू अशोक नगर न्यू दिल्ली (बीए), अविनाम पुत्र सतीश कुमार निवासी शिव बिहार करावल नगर दिल्ली (बीए), विवेक चौधरी पुत्र भरत चौधरी न्यू अशोक न्यू दिल्ली (12वीं), जगवीर सिंह पुत्र स्व: मनफूल सिंह निवासी नोएडा (12वीं), अनूप कुमार पुत्र स्व: कृष्ण लाल निवासी शेरपुर गांव करावल नगर दिल्ली (10वीं), मोहम्मद उवेश खान पुत्र गुलाम सुबहानी निवासी नोएडा (बीएससी) समेत 14 अन्य महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से 19 मोबाइल, 14 टेलीफोन (कोडलैस बौकी), 1160 डाटा पेपर शीट (4600 लोगों का डाटा), पासबुक, 22 चैक मय डाटा, कार बरामद किया गया। सीओ साइबर सैल प्रभारी ने बताया कि चन्द्रशेखर टीम को ऑपरेट कर रहा था, गिरोह के अन्य सदस्य फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। उन्होने बताया आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पिछले तीन-चार दिनों से महाराष्ट्र साइबर सैल की टीम नोएडा में रूकी हुई थी। आरोपियों के गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र साइबर सैल की टीम औैर एसटीएम की टीम ने संपर्क किया है। गिरोह के सदस्य करीब 10 हजार लोगों के साथ ठगी कर चुके है।
कमीशन पर होता था ठगी का खेल
साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया पकड़े गये गिरोह के सदस्य कमीशन पर काम करते थे। उन लोगों को लोगों का डाटा दे दिया जाता था। जिसके बाद सदस्य नये-नये नंबर से लोगों को पॉलिसी मैच्योर व पॉलिसी पर लोन दिलाने के नाम झांसा देकर ठगी करते थे। चन्द्रशेखर मैनेजर के पद पर काम कर रहा था, जो कि गिरोह के सदस्य को ऑपरेट कर रहा था। चार माह पहले मॉडल टॉउन निवासी सागर के साथ आरोपियों ने 56 हजार रूपए की ठगी की थी। जिसकी शिकायत पीडि़त ने साइबर सैल में की थी। तभी से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे थे। आरोपी 3 से 4 करोड़ रूपए की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके है।