पंचायत चुनाव के लिए बन रही थी अवैध शराब, फैक्ट्री का भंडाफोड़

– दो तस्कर समेत सेनेटाइजर एवं शराब बरामद

गाजियाबाद। एक ओर जहां प्रदेश की योगी सरकार शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के दावे कर रही है। वहीं, बेखौफ शराब माफिया न सिर्फ जहरीली एवं नकली शराब बनाने में जुटे हैं बल्कि, योगी सरकार के दावों को भी ठेंगा दिखा रहे हैं। ताजा मामला निवाडी थाना क्षेत्र का है। जहां निवाड़ी थाना पुलिस एवं स्वाट टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये तस्कर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हापुड, अमरोहा एवं गाजियाबाद में सप्लाई के लिए अवैध शराब बना रहे थे। निवाडी थाने में एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने सीओ मोदीनगर सुनील सिंह की मौजूदगी में अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए बताया कि रविवार तड़के निवाड़ी थाना प्रभारी हरिओम सिंह, स्वाट टीम प्रभारी संजय कुमार पाण्डेय, एसआई नरेन्द्र कुमार, अरूण मिश्रा, मनीष शर्मा की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर महालक्ष्मी ढाबे के सामने रामबिहार कॉलोनी में पवन के घर संचलित हो रही अवैध एवं अपमिश्रित शराब फैक्ट्री पर दबिश दी गई। जहां मौके से पवन पुत्र चन्द्रभान, सोनू पुत्र चन्द्रभान निवासी ईदगाह मुरादनगर को गिरफ्तार किया गया। जिनकी निशानदेही पर फैक्ट्री से 36 पेटी सैनेटाइजेशन, एपीसोड व्हिस्की 5 पेटी हरियाणा मार्का, डबल ब्लू व्हिस्की दो पेटी, एक केन में 5 लीटर अपमिश्रित शराब, अपमिश्रित शराब बनाने के लिए ढक्कन, रैपर, रोल, लेबल, बाल्टी व मग बरामद किया गया। वहीं मौके से रवि, मनोज, नत्थू, अशीष, रमन व सुभाष फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है। एसपी ग्रामीण ने बताया पकड़े गये तस्कर शातिर किस्म के है। जो कि पंचायत चुनाव में हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा एवं गाजियाबाद में सप्लाई के लिए अवैध शराब बना रहे थे। अवैध शराब बनाने का कारोबार पवन के घर पर हो था। संगठित गिरोह है, जो चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब को सप्लाई करने की फिराक में थे। बरामद सेनेटाइजर से आरोपी करीब 13 लाख की शराब को तैयार करने वाले थे। बीते दिनों प्रदेश में कई स्थानों पर मिलावटी शराब से लोगों की मौत होने की घटनाएं सामने आईं। गाजियाबाद में बन रही मिलावटी शराब को बड़े पैमाने पर चुनाव में सप्लाई किया जाना था। बिना किसी विशेषज्ञता के बनाई जा रही मिलावटी शराब में केमिकल की मात्रा बढऩे पर वह चुनाव में तबाही मचा सकती थी। लेकिन एसपी ग्रामीण की कार्र्रवाई के चलते तस्करों के अरमानों पर पानी फिर गया। आरोपी हरियाणा मार्का का लेबल लगाकर दुसरे जिलों में सप्लाई करते थे।