कमबख्त इश्क: प्रेमी संग महिला पहुंची सलाखों के पीछे

-प्रेमी के साथ मिलकर खुद पर चलवाई गोली, महिला, प्रेमी समेत तीन गिरफ्तार
– पति एवं बेटे को फंसाने के लिए रचा था षडय़ंत्र, करोड़ो की संपत्ति पर करना चाहती थी राज

गाजियाबाद। इश्क कब, कहां, कैसे और किससे हो जाए ये कहा नहीं जा सकता है। लेकिन इश्क जब जुनून बन जाता है तो कातिल बनने में भी देर नही लगती है। इंदिरापुरम पुलिस ने भी एक ऐसा ही घटना का 48 घंटे बाद खुलासा किया है। जहां महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पति और बेटेे को जेल भेेजने एवं करोड़ो की संपत्ति पर राज करने के लिए सुपारी देकर खुद पर ही हमला कर दिया और पति-बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्र्ज करा दिया। मगर जब पुलिस ने जांच की तो महिला ही आरोपी निकली। पुलिस ने महिला, उसके प्रेमी समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त स्कूटी, तंमचा, खून से सने कपड़े बरामद किए है। वहीं शूटर फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।

गुरूवार को घटना का खुलासा करते हुए सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताय कि इंदिरापुरम थाना प्रभारी संजय पाण्डेय, एसआई यतेन्द्र कुमार, दिव्यप्रताप सिंह की संयुक्त टीम ने बेबी चौधरी पत्नी राजीव चौधरी निवासी त्यागी मार्केट घूकना नंदग्राम, प्रेमी बिजय बैसला पुत्र जयसिंह बैसला निवासी सर्वोदय नगर विजयनगर, सुनील कुमार पुत्र जगयपाल सिंह नागर निवासी सेक्टर-9 विजयनगर को वंसुधरा अटलान्टा हास्पिटल के पास मिग्सन सोसायटी के पास से गिरफ्तार किया है। वहीं शूटर कपिल अभी फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। सीओ इंदिरापुरम ने बताया 7 सितम्बर को सुबह करीब 7 बजे इंदिरापुरम थानाक्षेत्र में सब्जी मंडी के सामने ऑटो से उतरते वक्त महिला बेबी चौधरी को गोली मारने की सूचना मिली थी। घायल महिला को उपचार के लिए वंसुधरा अटलान्टा हास्पिटल में भर्र्ती कराया गया था। बेबी की शिकायत पर उसके पति राजीव चौधरी एवं बेटे उत्तर चौधरी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मगर जांच में शिकायतकर्ता महिला ही आरोपी पाई गई। उन्होंने बताया राजीव चौधरी नशे का आदी था, जिसके इलाज के लिए महिला ने विजयनगर स्थित विजय बैंसला के नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया था। वहीं उसकी मुलाकात विजय से हुई और फिर दोनों के बीच संबंध बन गए।

सीओ ने बताया कि घूकना में बेबी के नाम डेढ़ करोड़ रूपए कीमत का मकान है और साहिबाबाद में भी करीब 50 लाख रूपए कीमत की दुकान है। जिनके प्रोपर्टी के कागज विजय बैंसला के पास थे। जिसे लेकर पूर्व में दोनों प्रॉपर्टी के पेपर विजय बैंसला के पास थे। जिसे लेकर पूर्व में उसके बेटे उत्तम चौधरी ने अपनी मां बेबी एवं विजय बैंसला और विशाल गुर्जर के खिलाफ नंदग्राम थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में तीनों आरोपियों ने कोर्ट से अंतरिम जमानत करा ली थी। महिला के प्रेमी ने उसे उसके पति से दूर करने एवं उसकी प्रोपर्टी पर कब्जा लेने और पति व बेटे से बदला लेने के लिए पूरा षडयंत्र रचा। इंदिरापुरम थाना प्रभारी संजय पाण्डेय ने बतायाकि महिला ने खुद पर हमला कराने के लिए प्रेमी की मदद से 50 हजार रूपए में भाड़े का शूटर तय किया था। जिसे 20 हजार रूपए पहले दे दिया था बाकि काम होने के बाद देने थे। षडय़ंत्र के मुताबिक 7 सितंबर की सुबह जब महिला सब्जी मण्डी के पास ऑटो से उतरी तभी बाइक सवार कपिल महिला को गोली मारकर फरार हो गया था। गोली महिला के कंधे में लगी थी। फिर महिला ने पति और बेटे को फंसाने के लिए दोनों के खिलाफ नामजद रिपोर्र्ट दर्ज कराई। घटना के दौरान उसका प्रेमी भी स्कूटी से ऑटों के पीछे चल रहा था।