पहलवान की पीटकर हत्या गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुआ था मामूली विवाद

गाजियाबाद। टीला मोड़ थाना क्षेत्र में गाड़ी खड़ी करने को लेकर हुए मामूली विवाद में सेवानिवृत दरोगा के बेटे की ईंट से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी परिजनों को दी और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के समय उसके दो साथी भी थे, लेकिन उसे बचा नही पाए। बुधवार को परिजनों ने शव का जावली के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
जावली निवासी कुंवरपाल सिंह दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत दरोगा हैं। उनके चार बच्चे हैं। जिनमें दो पुत्र अरुण उर्फ वरुण एवं तरुण हैं और दो पुत्रियां हैं। बड़ा पुत्र अरुण उर्फ वरुण (35) कालेज के दिनों से ही कुश्ती खिलाड़ी है। अरुण ने कालेज की ओर से राष्ट्रीय स्तर तक कुश्ती प्रतियोगिताओं में भाग लिया हुआ है।

मंगलवार शाम अरुण अपनी पत्नी अंजली को भाई दूज के लिए कार से मोहन नगर तक छोड़कर आया था। जिसके बाद में अरुण का मित्र दीपक पुत्र वेदप्रकाश निवासी जावली और इंद्रप्रस्थ कालोनी निवासी संजय रावत पुत्र हुकुम सिंह रावत भी साथ हो गए। रात में तीनों युवकों ने भोपुरा के पास स्थित बिहारी ढाबे पर खाना खाया। अरुण और अन्य युवक खाना खाकर ढाबे से बाहर आकर घर जाने के लिए गाड़ी में बैठे थे। इसी बीच उनकी कार के बगल में एक अन्य कार आकर रुक गई। अरुण ने दरवाजा नहीं खुलने पर युवकों से गाड़ी हटाने के लिए कहा तो कहासुनी हो गई। विवाद बढऩे पर कार सवार युवकों से झगड़ा हो गया। जिसके बाद आरोपी ने अरुण की गाड़ी का शीशा ईट से तोड़कर उन्हें बाहर खींच लिया और पिटना शुरु कर दिया। आरोपियों ने अरुण के सिर में कई बार ईंट से हमला किया, जिससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर गया। जिसे देखकर संजय और दीपक भाग गए। रास्ते से दीपक ने अनिरुद्ध को फोन कर घटना की जानकारी दी।

सीओ साहिबाबाद पूनम मिश्रा ने बताया कि परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो अरुण उन्हें लहूलुहान अवस्था में पड़ा मिला, जिसे उपचार के लिए तुंरत दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बुधवार को सोशल मीडिया पर अरुण की हत्या का वीडियो भी वायरल हुआ है। वीडियो में एक हमलावर ईंट से सड़क पर निढाल पड़े अरुण के सिर में ईंट मार रहा है। मृतक के चचेरे भाई अनिरूद्ध का कहना है कि हमलावर युवक ने अरुण पर ईंट से हमला करने के बाद अन्य युवकों को भी फोन करके बुलाया था। इतना ही नहीं, मारपीट की घटना ढाबे में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। वहीं, लोनी भोपुरा रोड से गुजर रहे एक अन्य कार में सवार युवक ने भी अरुण पर ईंट से हमला करते हुए अपने मोबाइल में वीडियो बनाया था।

टीला मोड़ थाना प्रभारी भुवनेश कुमार का कहना है कि मंगलवार को त्योहार के चलते क्षेत्र में अधिकांश ढाबे बंद थे। थाने के एक सिपाही ने ढाबे पर खाना पैक करने के लिए फोन किया था। तब ढाबे के मालिक ने झगड़ा होने की सूचना दी थी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल ले जाने के लिए गाड़ी में बैठा रही थी कि परिजन भी वहां पहुंच गए। हत्या के बाद से ही परिजनों का बुरा हाल है। अरुण के दो बच्चे हैं। बेटी अर्शी (6) और बेटा वैभव (5) हैं। बुधवार को आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से गुस्साए अरुण के परिजन और ग्रामीण शव को एंबुलेंस में रखकर टीला मोड़ थाने पहुंचे और हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इससे लोनी भोपुरा रोड पर वाहनों का जाम लग गया। करीब 20 मिनट तक लोगों की भीड़ सड़क पर अड़ी रही। लेकिन पुलिस ने किसी तरह परिजनों को शांत कराया और आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।