महायोजना-2031 के मास्टर प्लान को लखनऊ में परखेगी समिति

गाजियाबाद। महायोजना-2031 के मास्टर प्लान के ड्रॉफ्ट को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) अगले सफ्ताह तक इसे लखनऊ शासन में भेजेगा। लखनऊ में मास्टर प्लान-2031 के ड्रॉफ्ट का समिति परीक्षण करेगी। प्रदेश शासन से इस पर हरी झंडी मिलने के बाद उम्मीद है कि जनवरी-2024 में मास्टर प्लान-2031 लागू हो जाए। दरअसल,मेरठ मंडल की मंडलायुक्त एवं जीडीए चेयरमैन सेल्वा कुमारी जे.की अध्यक्षता में 25 नवंबर को मेरठ मंडलायुक्त कार्यालय सभागार में हुई जीडीए बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान-2031 को मंडलायुक्त ने मंजूरी दे दी थी। जीडीए बोर्ड बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद अब मास्टर प्लान-2031 का परीक्षण लखनऊ में उच्चाधिकारियों की समिति करेगी। इसके लिए जीडीए अधिकारियों ने मास्टर प्लान का एक बार फिर अपने स्तर पर परीक्षण शुरू कर दिया है।

जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह का कहना है कि मास्टर प्लान-2031 के फाइनल ड्रॉफ्ट को इसी सफ्ताह या फिर अगले सफ्ताह में लखनऊ भेज दिया जाएगा। प्रदेश शासन से इसकी स्वीकृति मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा। उम्मीद है कि जनवरी में नया मास्टर प्लान-2031 लागू होने की प्रबल संभावना है। बता दें कि महायोजना-2031 के तहत गाजियाबाद का पहली बार मास्टर प्लान ज्योग्राफिकल इंफोरमेशन सिस्टम (जीआईएस) सर्वे के आधार पर मास्टर प्लान-2031 को तैयार किया गया है। इसमें सभी मानकों का ख्याल रखा गया है। बार-बार इसकी समीक्षा कर खामियों को दूर भी कराया गया। इसकी वजह से मास्टर प्लान का फाइनल ड्राफ्ट की जीडीए बोर्ड बैठक से मंजूरी होने में देरी भी हुई। मास्टर प्लान की समीक्षा लखनऊ में शासन स्तर पर गठित तकनीकी समिति करेगी।

यह समिति देखेगी कि मानकों के अनुरूप मास्टर प्लान में आवासीय,व्यावसायिक,औद्योगिक,ग्रीन बेल्ट भू-उपयोग का प्रावधान किया गया है या नहीं। इसके अलावा मास्टर प्लान में आने वाले 10 साल में बढऩे वाली आबादी के अनुरूप विकास का खाका खींचा गया है। जीडीए सचिव ने बताया कि लखनऊ में शासन को जल्द ही मास्टर प्लान-2031 को भेज दिया जाएगा। वहां इसके परीक्षण के बाद स्वीकृति मिलने पर इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक जोन का जोनल प्लान तैयार कराया जाएगा। फिलहाल नॉन कंफर्मिंग जोन का सर्वे चल रहा है। यह सर्वे भी इस माह में पूरा होने की उम्मीद हैं।