ट्रैकिंग सिस्टम से नगर निगम की डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन गाडिय़ों पर रहेगी नजर

-कूड़ा कलेक्शन वाहन के निर्धारित रूट से भटकने पर जारी होगा अलर्ट, तत्काल होगा समाधान: नगर आयुक्त

गाजियाबाद। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए लगाए गए वाहन अब आपको दगा नहीं दे पाएंगे। कूड़ा वाहन अब हर हाल में आपके घर तक पहुंचेंगे और कूड़ा कलेक्शन करेंगे। दरअसल कई इलाकों से कूड़ा गाड़ी के रेगुलर घर-मोहल्ला तक न पहुंचने की कंप्लेन नगर निगम को मिल रही थी। जिसके समाधान के लिए नगर आयुक्त ने अपनी योजना तैयार कर ली है। बुधवार को नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों में ट्रैकिंग सिस्टम का डेमो लिया गया। जिसके अंतर्गत कूड़ा कलेक्शन गाडिय़ों में लगे हुए जीपीएस सिस्टम की कार्य प्रणाली को देखा गया। इससे समय से कूड़ा उठान तथा ड्राइवरों पर ऑनलाइन नजर रखी जा सकेगी। व्हीकल ट्रेकिंग मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से गाडिय़ों की लोकेशन को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा और शहर वासियों को भी सुविधा रहेगी।

स्वास्थ्य विभाग की अन्य आने वाली गाडिय़ों में भी इसी कार्य प्रणाली के माध्यम से कार्य होगा। नगर आयुक्त द्वारा संबंधित टीम को कम समय लगाते हुए कार्यवही करने के निर्देश दिए। उच्च तकनीकी के माध्यम से जीपीएस के द्वारा ट्रैकिंग सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है। जिसके लिए अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहनों पर नजर रख सकती है। शहर वासियों और व्यापारी वर्ग को इसकी सुविधा मिलेगी। समय से और सही रूट के माध्यम से गाडिय़ां निर्धारित स्थान पर निर्धारित समय पर पहुंचेंगे। किसी भी दशा में यदि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वहां अपने निर्धारित समय और निर्धारित रूट से भटकते हैं, तो उसके लिए अधिकारी को तुरंत अलर्ट मिल जाएगा। जिस पर अविलंब कार्यवाही की जाएगी।

बैठक के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश कुमार ने बताया उच्च तकनीकी के माध्यम से कूड़ा कलेक्शन गाडिय़ों पर नजर बनाने का कार्य शीघ्र ही शुरू होगा। जिसके लिए कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी कूड़ा वाहनों पर नजर रहेगी। प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन होने को लेकर नगर आयुक्त लगातार कार्यवाही कर रहे हैं। इसी क्रम में जल्द ही मैपिंग के आधार पर उच्च तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए बनाए जा रहे सॉफ्टवेयर को शीघ्र क्रियान्वयन करने के लिए भी संबंधित टीम को निर्देश दिए गए। शहर वासियों को इसका लाभ मिलेगा तथा स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली में ओर अधिक बेहतर सुधार होंगे।