शराब बिक्री में ओवर रेटिंग मिलने पर निरस्त होगा लाइसेंस: सुबोध कुमार श्रीवास्तव

-आबकारी विभाग ने अपने नए नेटवर्क का किया विस्तार
-जिले में सात टीमें अवैध शराब व ओवर रेटिंग पर करेंगी कार्रवाई
-शराब माफिया की कुंडली खंगालने के अलावा संभावित ठिकानों की पुख्ता जानकारी खंगाल रहा आबकारी विभाग

गौतमबुद्ध नगर। जनपद में शराब माफिया की नींव हिलाने के लिए जिला आबकारी अधिकारी ने शराब माफिया का चक्रव्यूह तोड़ने के लिए नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव के चार्ज संभालने के बाद से जिले में शराब माफिया पर विभाग का कहर टूटता दिखाई दे रहा है। शराब माफिया की कुंडली खंगालने के अलावा संभावित ठिकानों की पुख्ता जानकारी एकत्र की जा रही है। इसके बाद रणनीति के तहत छापामार कार्रवाई हो रही है। आबकारी विभाग के मंसूबों को देखकर शराब माफिया को निरंतर अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ रहा है। इसके बावजूद उन्हें जिले में पांव जमाने का मौका नहीं मिल पा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक जनपद गौतमबुद्ध नगर में शराब माफिया हमेशा आबकारी विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहे हैं। शराब माफिया की जड़ें काफी गहरी हैं। माफिया भी सख्ती होने पर वह अपनी रणनीति और ठिकानों में बदलाव कर लेते हैं। इसके चलते आबकारी विभाग को सधी रणनीति अपना कर कार्रवाई करनी पड़ती है।
गौतमबुद्ध नगर में जिला आबकारी अधिकारी ने चार्ज संभालने के बाद से ही शराब माफिया और उनके गुर्गों की नींद उड़ा रखी है। इसका कारण साफ है कि विभाग ने अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन की चेन तोडऩे के लिए प्रभावी कार्ययोजना अपना रखी है। इसके तहत शराब माफिया और उनके गुर्गों को संभलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। आबकारी विभाग ने अपने नए नेटवर्क का विस्तार किया है। इसके अलावा सभी आबकारी निरीक्षकों के मध्य तालमेल को बढ़ाया गया है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि जिले में आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1 गौरव चन्द, सेक्टर-2 रवि जायसवाल, सेक्टर-3 शिखा ठाकुर, सेक्टर-4 अभिनव शाही, सेक्टर-5 चन्द्रशेखर सिंह, सेक्टर-6 नामवर सिंह एवं सेक्टर-7 आशीष पाण्डेय की टीम अवैध रूप से शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए संदिग्ध ढाबों पर चेकिंग एवं दबिश दे रही है। अवैध शराब बनाने, उसकी बिक्री व तस्करी के खिलाफ प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। शराब की दुकानों पर लाइसेंस, स्टॉक रजिस्टर और बोतलों के बार कोड भी चेक करने के निर्देश दिए गए है। यह अभियान लगातार जारी रहेगा। जिले में लगातार शराब के ठेकों और अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। अनुज्ञापियों को हिदायत दी कि शराब की अवैध बिक्री नहीं होनी चाहिए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान कहीं से किसी प्रकार की कोई अवैध शराब बरामद नहीं हुई। अवैध शराब के कारोबार को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए सात टीमों का गठन किया गया है। जिसमें शासन की ओर से सात आबकारी निरीक्षक के साथ-साथ एक एसडीम और सर्किल ऑफिसर (सीओ) को नियुक्त किया गया है। आबकारी निरीक्षकों के साथ 30 हेड कांस्टेबल और सिपाही भी तैनात किए गए है। जो अपने-अपने क्षेत्र में लगातार दबिश एवं चेकिंग कर रहे है।

अनुज्ञापियों को दी सख्त चेतावनी
जनपद के फुटकर देसी/विदेशी/बीयर एवं मॉडल शॉप के अनुज्ञापियों को सख्त निर्देश देते हुए जिला आबकारी अधिकारी ने कहा ओवर रेटिंग दंडनीय अपराध है। ओवर रेटिंग पाए जाने पर आबकारी नीति के तहत 75 हजार का चालान करने के साथ दुकान के निरस्तीकरण तक का प्रावधान है। इसलिए नियमानुसार ही दुकानों का संचालन किया जाए और शराब की बिक्री की जाए। दरअसल पिछले कुछ समय से लगातार शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग की शिकायतें मिल रही थी। शराब की दुकानों व कार्यरत कर्मचारियों पर पैनी नजर रखें। किसी भी दुकान से अवैध शराब की बिक्री न होने पाए। उन्होंने चेताया कि शिकायत में पुष्टि होने पर दंडात्मक कार्रवाई होगी। अंग्रेजी, देशी सहित बीयर की दुकानों पर निर्धारित दर से अधिक दाम पर शराब की बिक्री न होने पाए।

सेल्समैन को निर्धारित दर पर शराब की बिक्री किए जाने की सख्त हिदायत दी गई। इसके साथ ही अनुज्ञापियों को निर्देश दिए कि सीसीटीवी कैमरे इस प्रकार एवं इतनी संख्या में लगाए जाएं कि दुकान के अंदर व बाहर का दृश्य स्पष्ट रिकॉर्ड हो सके। उन्होंने बताया शराब विक्रेताओं को सबक सिखाने के लिए अनुज्ञापियों को भी सख्त निर्देश दिए गए है। शराब की दुकानों का खुद भी प्रतिदिन निरीक्षण करें और विक्रेता के कार्यों की जानकारी रखें। लाइसेंस लेकर इतिश्री करने से अब काम नही चलेगा। दुकान पर किसी भी प्रकार की अनियमितता पाई गई तो संबंधित अनुज्ञापी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अवैध शराब की किसी भी दशा में बिक्री नहीं होनी चाहिए।