नगर आयुक्त को आया गुस्सा अधिकारियों के ठंड में छूटे पसीने जोनल प्रभारी वेरी गुड विभागाध्यक्ष वेरी बैड

मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा कामचोर अधिकारियों को दी चेतावनी बोले समेट लें बोरिया-बिस्तर खराब परफॉर्मेंस पर नहीं मिलेगी बख्शीश

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
गाजियाबाद। नगर निगम सभागार में मंगलवार को नगर आयुक्त की समीक्षा बैठक के दौरान ठंड में भी अधिकारियों के पसीने छूट रहे थे। काम के प्रति लापरवाह और परफॉर्मेंस में ढ़ीले अधिकारियों की जमकर खबर ली गई। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने एक-एक अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा की और कामचोर व लापरवाह किस्म के अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई। समीक्षा बैठक के दौरान यह बात सामने आई कि विभागाध्यक्ष के अधिनस्थ एवं नीचे के स्तर के कई अधिकारी मस्तराम की शैली में काम करते हैं। ये लापरवाह अधिकारी अपने विभागाध्यक्ष के निर्देशों का भी पालन नहीं करते। विभागाध्यक्षों के माध्यम से नगर आयुक्त ने ऐसे समस्त अधिकारियों को बोरिया-बिस्तर समेट कर तैयार रहने को कहा। नगर आयुक्त ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा कि खराब परफॉर्मेंस और मनमर्जी चलाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई का हंटर चलाने में जरा भी देरी नहीं होगी। यदि किसी अधिकारी ने मुगालता पाल रखा है कि उसका कुछ नहीं बिगड़ेगा तो वह तत्काल अपना भ्रम दूर कर लें। सभी अपना काम सुधार लें अन्यथा अन्य विभागों से अधिकारियों की तैनाती के बारें में भी विचार किया जा सकता है। नगर आयुक्त के सख्त रूख को भांपते हुए बैठक के दौरान कई अधिकारी बगले ­झांकते हुए नजर बचाते रहे। ऐसे अधिकारियों को नगर आयुक्त ने कहा नजर छुपाने से नहीं बचोगे काम का ढर्रा सुधारने में ही आप सभी की भलाई है।
जन समस्याओं के समय पर निस्तारण कराने के साथ-साथ नगर आयुक्त शहर की योजनाओं को भी समय पर पूरा करने के लिए प्रयासरत है। नगर निगम अंतर्गत चल रही योजनाओं के निर्माण कार्यों की गति को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देश दिए जा रहे है। जिससे निगम की कार्यशैली को सुधारने के साथ योजनाओं को भी समय पर शहरवासियों को सौंपा जा सकें। लोकसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में नगर आयुक्त की मंशा है कि विकासपरक कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जाये। लेकिन नगर आयुक्त की इस योजना पर कई अधिकारी पलीता लगाने में जुटे हैं। मंगलवार को जनसमस्याओं के निस्तारण में सुधार लाने और नगर निगम की योजनाओं को लेकर नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने निगम अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें मल्टी लेवल कार पार्किंग, उत्तरांचल भवन, पूर्वांचल भवन, वाल्मीकि भवन, कैमरा इंटीग्रेशन व अन्य कई निगम के प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की। संबंधित अधिकारियों को कार्यों की रफ्तार बढ़ाने के कड़े निर्देश दिए। इसके अलावा शहर में जन समस्याओं पर तत्काल कार्यवाही करने के लिए कहा गया। जिससे निगम में आने फरियादियों को अपनी समस्या के निस्तारण के लिए बार-बार चक्कर न काटना पड़े। बैठक में जोनल प्रभारी एवं विभागध्यक्षों से लेकर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सिटी जोन के जोनल प्रभारी के खराब प्रदर्शन को छोड़ दें तो अन्य सभी जोन के जोनल प्रभारियों का परफॉर्मेंस ठीक रहा। लेकिन विभागाध्यक्षों की लापरवाही ने नगर आयुक्त को गुस्सा दिला दिया।
नगर आयुक्त ने कहा शहर की समस्याओं का निस्तारण कराना ही निगम की प्राथमिकता है। संभव जनसुनवाई के अलावा अन्य दिनों में भी आने वाली समस्याओं के निस्तारण के लिए सभी अधिकारी गंभीरता दिखाए। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सख्त होकर सभी विभागीय अधिकारियों एवं जोनल प्रभारी को कड़े निर्देश जारी किए। जिसमें नगर निगम सीमा अंतर्गत चल रहे निगम के प्रोजेक्ट की रफ्तार बढ़ाने के लिए कहा गया। साथ ही जनमानस की समस्याओं पर गंभीरता से कार्रवाई करने के लिए आदेशित किया। प्रकाश व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए भी चेतावनी देते हुए कड़े निर्देश देते हुए कहा खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों को तत्काल रूप से बदला जाए या फिर उसे ठीक किया जाए। जलकल विभाग, उद्यान विभाग, निर्माण विभाग, टैक्स विभाग, संपत्ति विभाग व अन्य सभी विभाग के अधिकारियों को भी किसी भी कार्य में लापरवाही न बरतने के लिए निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए भी कहा और चुनाव के आने वाले समय में सभी व्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए निर्देश दिए। बूथ की तैयारी के लिए भी कहा गया। नगर आयुक्त द्वारा सभी अधिकारियों को जन सहभागिता सुनिश्चित करते हुए कार्यों में तेजी लाने के साथ-साथ गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने की विशेष निर्देश दिए। समस्त चल रहे प्रोजेक्ट्स को आगामी 10 दिनों में पूर्ण करने और कार्यशैली में बेहतर परिवर्तन लाने के लिए भी कहा गया। इस दौरान अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार यादव, चीफ इंजीनियर एनके चौधरी, उद्यान प्रभारी डॉ अनुज कुमार सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉक्टर संजीव सिन्हा, संयुक्त नगर आयुक्त ओमप्रकाश, संपत्ति प्रभारी पल्लवी सिंह, महाप्रबंधक जल केपी आनंद, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, जोनल प्रभारी सुनील राय, विवेक त्रिपाठी, सिटी जोन अनिल अरूण, कविनगर जोन राजवीर सिंह, मोहन नगर आरपी सिंह, एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर फरीद अख्तर जैदी, देशराज सिंह, लाइट प्रभारी आश कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।